जरबेरा और गुलाब प्रजाति के फूलों के लिए दो बड़े पालीहाउस स्थापित
उन्होंने कहा कि यह पहल सामाजिक-आर्थिक उत्थान की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी। डीसी ने जिले में फ्लोरीकल्चर क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए फ्लोरीकल्चर विभाग द्वारा उठाए गए इस अभिनव कदम की सराहना की। इस तरह की खेती कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जिले में पहली बार गुलाब और जरबेरा प्रजाति के फूलों की खेती के लिए कावा पंचायत में दो बड़े पाली हाउस स्थापित किए गए हैं। डीसी इंदु कंवल चिब ने ब्लाक के साथ-साथ खंड विकास परिषद के अध्यक्ष बलवान सिंह और डीडीसी सदस्य पूर्ण चंद के साथ जिला ऊधमपुर की पंचायत कावा का दौरा कर दोनों नव स्थापित पाली हाउसों का निरीक्षण किया।
इस अवसर पर सहायक फ्लोरीकल्चर आफिसर ऊधमपुर अर्जुन सिंह परिहार ने डीसी को बताया कि इन पाली हाउसों का निर्माण वेदांती राजपूत ने फ्लोरीकल्चर गार्डन एंड पार्क्स जम्मू के माध्यम से 1953 वर्ग मीटर क्षेत्र में किया है। ऊधमपुर जिले में यह पहली बार है जब गुलाब और जरबेरा के फूलों की खेती के लिए इस तरह के बड़े पाली हाउस लगाए गए हैं।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में कट फ्लावर की मांग का 75 फीसद जम्मू कश्मीर प्रदेश से बाहर स्थित राज्यों से मंगवाया जाता है। इन पाली हाउसों के स्थापित करने की तकनीकी जानकारी फ्लोरीकल्चर विभाग के उपनिदेशक सुनील सिंह ने दी है। इस अवसर पर पंचायत प्रतिनिधियों व आम जनता से बातचीत करते हुए डीसी ने फ्लोरीकल्चर विभाग की इस अनूठी पहल की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि यह पहल सामाजिक-आर्थिक उत्थान की दिशा में अहम भूमिका निभाएगी। डीसी ने जिले में फ्लोरीकल्चर क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए फ्लोरीकल्चर विभाग द्वारा उठाए गए इस अभिनव कदम की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की खेती कर किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं और अपना जीवन स्तर उठा सकते हैं।