तेंदुए को 12 बोर राइफल से गोली मारने वाला कौन, जांच शुरू
संवाद सहयोगी रियासी माहौर के पुराना अस्पताल में घुसने के बाद मारी गई मादा तेंदुए पर पुि
संवाद सहयोगी, रियासी : माहौर के पुराना अस्पताल में घुसने के बाद मारी गई मादा तेंदुए पर पुलिस या सुरक्षाबलों के अलावा कुछ स्थानीय लोगों ने भी गोलियां दागी थी। मादा तेंदुआ को 12 बोर राइफल की भी दो गोलियां लगी थीं, जिसका खुलासा मादा तेंदुआ के पोस्टमार्टम के दौरान हुआ। अब 12 बोर के राइफल से गोली किसने मारी, इसकी जांच शुरू हो गई है। बहरहाल जम्मू के मांडा में मादा तेंदुए का पोस्टमार्टम करने के बाद अधिकारियों की उपस्थिति में उसके शव को जला दिया गया।
गौरतलब है कि वीरवार देर शाम को शिकार की खोज में एक मादा तेंदुआ कुत्तों का पीछा करते पुराना अस्पताल परिसर में दाखिल हो गई थी। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस, सुरक्षा बल, वन्य जीव संरक्षण विभाग तथा सरकारी तंत्र के अलावा बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी वहां पहुंचे थे। मादा तेंदुए को पकड़ने के लिए लगभग दो घंटे तक कई तरह के प्रयास किए गए, जिसमें उसे बेहोश करने के लिए ट्रेंकुलाइजर गन का भी इस्तेमाल किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली। जिस पर जन सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस या सुरक्षाबलों को उसे गोली मारने पर मजबूर होना पड़ा। गोली लगने के बाद मादा तेंदुआ की मौत हो गई। उसके बाद अगले दिन शुक्रवार को उसके शव को जम्मू के मांडा ले जाकर उसका पोस्टमार्टम किया गया तो इस बात का खुलासा हुआ कि उस पर गैर सरकारी राइफल यानि 12 बोर गन से भी गोलियां दागी गई थीं। मादा तेंदुआ को तीन गोलियां लगी थीं, जिनमें एक गोली एके 47 राइफल की थी, जबकि दो गोलियां 12 बोर राइफल की थी। यहां आशंका व्यक्त की जा रही है कि मादा तेंदुआ के पुराना अस्पताल में घुसने के दौरान जब लोग वहां जमा हुए थे तो उनमें से शायद कुछ लोग अपने साथ 12 बोर की राइफल भी ले आए थे। जैसे ही पुलिस या सुरक्षा बलों की तरफ से गोली चलाई गई तो भीड़ में से किसी आम व्यक्ति ने भी उस पर 12 बोर की राइफल से गोलियां दाग दी, जिनमें दो गोलियां मादा तेंदुआ को जा लगीं।
यहां यह बताना जरूरी है कि बीते वर्ष माहौर इलाके में आदमखोर तेंदुए ने एक पखवाड़े में तीन बच्चियों को अपना निवाला बनाया था। उन घटनाओं का डर अभी भी लोगों के दिल और दिमाग में बसा है। शायद यही वजह रही होगी कि पुराना अस्पताल परिसर में तेंदुए के घुसने की खबर मिलने पर कुछ लोग शायद उसे आदमखोर तेंदुआ मान बैठे होंगे, जिस वजह से वहां जमा भीड़ में से कुछ लोग अपने साथ 12 बोर की राइफल ले आए थे और मौका देख उन्होंने अपनी राइफल का मुंह खोल दिया।
वहीं, माहौर इलाके से संबंधित वन्य जीव संरक्षण विभाग के वार्डन मुहम्मद मश्ताक ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद मादा तेंदुआ के शव को नियमों के मुताबिक ठिकाने लगा दिया है। मादा तेंदुआ के शव से तीन गोलियां निकाली गई हैं, जिनमें एक गोली एके-47 की तो दो गोलियां 12 बोर राइफल की हैं। उन्होंने कहा कि 12 बोर राइफल से किसने गोलियां चलाई, यह जांच का बिषय है।