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पत्नीटाप और नत्थाटाप में सीजन की पहली बर्फबारी

जागरण संवाददाता ऊधमपुर मौसम के रंग बदलने के बाद शनिवार को पत्नीटाप और नत्थाटाप में सीज

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 06:14 AM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 06:14 AM (IST)
पत्नीटाप और नत्थाटाप में सीजन की पहली बर्फबारी
पत्नीटाप और नत्थाटाप में सीजन की पहली बर्फबारी

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : मौसम के रंग बदलने के बाद शनिवार को पत्नीटाप और नत्थाटाप में सीजन की पहली बर्फबारी हुई। हालाकि बर्फबारी काफी हल्की हुई और साथ में ओले गिरते रहे, जिससे बर्फ टिक नहीं सकी। इस बारे में बीडीसी चेयरमैन चिनैनी प्रकाश चंद ने बताया कि नत्थाटाप और पत्नीटाप में सुबह भारी ओलावृष्टि हुई। इसके साथ ही हल्की बर्फबारी भी हुई। बर्फबारी बहुत ज्यादा नहीं हुई, इसलिए टिक नहीं सकी। मगर इससे सर्दी काफी बढ़ गई है। चिनैनी क्षेत्र में ओलों से सब्जी की फसलों की भी भारी क्षति हुई है। वहीं, पत्नीटाप डेवलपमेंट अथारिटी के सीईओ शेर सिंह ने बताया कि पत्नीटाप में भी ओलों से साथ हल्की बर्फ गिरी है। ओले और बर्फ की वजह से मैदान पूरी तरह से सफेद नजर आया। जिलेभर में मोबाइल और फाइबर इंटरनेट सेवा भी हुई प्रभावित

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शनिवार तड़के से रात तक बिजली गुल रहने की वजह से विभिन्न मोबाइल नेटवर्क सेवा प्रदाता कंपनियों के नेटवर्क बुरी तरह प्रभावित हुए। बिजली गुल होने की वजह से जिन साइटों पर बैटरी बैकअप ज्यादा नहीं था और जेनरेटर की सुविधा नहीं थी या जेनरेटर के तेल का अभाव था। ऐसी जगह पर मोबाइल टावरों ने काम करना बंद कर दिया। कुछ इलाकों में तो सुबह से लेकर रात तक नेटवर्क की समस्या बनी रही। वहीं, कुछ इलाकों में जेनरेटर से पावर बैकअप की व्यवस्था कर मोबाइल टावरों को शुरू किया। मोबाइल नेटवर्क प्रभावित होने की वजह से फोन न मिलने, बार-बार फोन कट जाने या मोबाइल पर सिग्नल न आने जैसी समस्याओं से लोगों को दो चार होना पड़ा। हालाकि दोपहर के बाद ज्यादातर इलाकों में स्थिति काफी बेहतर हो गई। इसी तरह से पेड़ों के गिरने से फाइबर इंटरनेट नेटवर्क को भी नुकसान पहुंचा। जगह-जगह तार टूटने की वजह से इंटरनेट सेवा प्रभावित हुई। इससे भी लोगों को परेशानी हुई। अनाज, सब्जी और फलों की फसलों को हुआ नुकसान

शनिवार तड़के से लेकर शाम तक जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर बारिश के साथ भारी ओलावृष्टि हुई। सुबह के समय इतने ज्यादा ओले गिरे कि लोगों के घरों की छतें, खेत और सड़कें तक ओलों से सफेद हो गई। इसके साथ ओलों का आकार भी काफी ज्यादा बड़ा था। ओलावृष्टि की वजह से जिले में अनाज और सब्जी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इस बारे में जिला कृषि अधिकारी सुभाष चंद्र शर्मा ने बताया कि बारिश की वजह से धान और सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि धान की 50 फीसद फसल की कटाई हो चुकी है, जबकि शेष खड़ी 50 फीसद फसल में से आधी को ओलों ने बर्बाद कर दिया है। इसी तरह से चिनैनी व अन्य इलाकों में रबी सीजन में लगाई गई सब्जी की फसलों को 70 फीसद से ज्यादा नुकसान हुआ है। तोरिया की फसल को भी 60 से 70 फीसद नुकसान हुआ है।

वहीं, मुख्य बागवानी अधिकारी सलिल गुप्ता ने कहा कि सर्द इलाकों में तो फलों की फसलें अभी नहीं हैं, मगर सब ट्रापिकल इलाकों में लगी नींबू प्रजाति की फसलों को नुकसान की खबरे हैं। कितना नुकसान हुआ है, ये आकड़े अभी उपलब्ध नहीं हैं।


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