टैक्स चोरी करने वालों पर शिकंजा
सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने ऊधमपुर में बड़े पैमाने पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। इस दौरान वाहन डीलर्स सहित आधा दर्जन से ज्यादा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जांच की। इसमें रिटर्न न भरने वालों को रिटर्न भरने तथा कम रिटर्न भरने वालों को सही रिटर्न दाखिल करने की हिदायत दी गई।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : इन्कम टैक्स रिटर्न न भरने वाले या सेल सरप्लस कर कम टैक्स भरने वाले व्यापारियों पर मंगलवार को सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने शिकंजा कसा। सेल्स टैक्स डिपार्टमेंट ने ऊधमपुर में बड़े पैमाने पर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया। इस दौरान वाहन डीलर्स सहित आधा दर्जन से ज्यादा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जांच की। इसमें रिटर्न न भरने वालों को रिटर्न भरने तथा कम रिटर्न भरने वालों को सही रिटर्न दाखिल करने की हिदायत दी गई।
सुबह सेल्स टैक्स विभाग की टीम ने एडिश्नल कमिशनल टैक्सेज शाहिद सलीम के नेतृत्व में ऊधमपुर में व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जांच की। टीम में डीसी विजिलेंस राकेश मगोत्रा, सीटीओ ऊधमपुर सबा नूर, सीटीओ जम्मू नीरज शर्मा व अर¨वद साहनी सहित अन्य स्टाफ मौजूद था।
कार्रवाई के दौरान टीम ने चार पहिया, दोपहिया वाहन के डीलर्स शोरूम के अलावा तकरीबन 15 व्ययासियक प्रतिष्ठानों की जांच की। जिसमें से मुख्य रूप से रिटर्न न भरने वाले (नॉन फाइलर्स) या फिर अपने सेल सरप्लस कर सेल कम दिखा कर कम टैक्स भरने वाले कारोबारी थे। सुबह से लेकर शाम तक चली इस इंस्पेक्शन के दौरान रिटर्न न फाइल करने वाले डीलर्स को रिटर्न नियमित रूप से भरने के निर्देश दिए। इसके साथ अपनी सेल से कम सेल दिखा कर कम टैक्स भरने वालों को भी सही टैक्स भरने की हिदायत दी गई। इसके साथ ही सभी को बिल काटने और अपने बनते टैक्स को समय से जमा कराने को कहा गया। नहीं बख्शे जाएंगे डिफॉल्टर : सबा नूर
सीटीओ ऊधमपुर सबा नूर ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद लोगों को नई टैक्स व्यवस्था को समझने के लिए पर्याप्त समय दिया गया। बड़ी संख्या में लोग सेल्स टैक्स भर भी रहे हैं। मगर अभी भी कई कारोबारी या तो सेल्स टैक्स रिटर्न नहीं भर रहे या फिर अपनी सेल को कम दिखा कर कम टैक्स भर रहे हैं। आज की कार्रवाई व्यापारियों को चेतावनी देने के उद्देश्य से की गई थी। किसी तरह की कोई पैनेल्टी नहीं लगाई। व्यापारियों को केवल देरी से रिटर्न भरने या कम टैक्स भरने के लिए जो पैनेल्टी नियम के मुताबिक बनती होगी वह ऑनलाइन रिटर्न भरते समय देनी होगी। विभाग की यह कार्रवाई आगे भी नियमित रूप से जारी रहेगी। इसके बाद विभाग की पकड़ में आने वाले व्यापारियों पर विभाग भारी भरकम पेनेल्टी भी लगाएगा।