तीन माह पहले दी थी हथियार छीनने की घटना की जानकारी
बलबीर सिंह जम्वाल किश्तवाड़ यदि तीन माह पहले हत्थे चढ़े आइएसआइ एजेंट के खुलासे को ह
बलबीर सिंह जम्वाल, किश्तवाड़ : यदि तीन माह पहले हत्थे चढ़े आइएसआइ एजेंट के खुलासे को हलके में न लिया होता तो हथियार छीनने की घटना न होती। चिनाब वैली (डोडा-किश्तवाड़-रामबन) में आइएसआइ ने आतंकवाद को फिर हवा देने के लिए लड़कों को तैयार करने के निर्देश दे रखे हैं। गत वर्ष दिसंबर में किश्तवाड़ के मालीपैठ मुहल्ले से पुलिस और सेना ने आइएसआइ के एजेंट शहरान शेख को गिरफ्तार किया था। जो यहां से खुफिया जानकारियां पाकिस्तान में बैठे अपने अकाओं को देता था। पूछताछ में उसने कई खुलासे किए थे। उसने बताया था कि पाक से उनको चिनाब घाटी में ऐसे लड़कों को तैयार करने को कहा है जो सुरक्षाबलों से हथियार छीनने का काम करें। शुक्रवार को आतंकियों ने दिलीप कुमार की एके 47 छीन कर उस खुलासे ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
सर्च ऑपरेशन मे कोई भी पुराना पुलिस ऑफिसर नहीं
किश्तवाड़ में डीसी के अंगरक्षक से लूटे गए हथियार को बरामद करने तथा लूटने वालों की धरपकड़ के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन में कोई भी प्रशिक्षित पुलिस अधिकारी शामिल नहीं है। किसी अधिकारी को पूरे इलाके की जानकारी नहीं है। कुछ दिन पहले किश्तवाड़ के एसएसपी, एएसपी, एसडीपीओ, और एसएचओ सहित कई अधिकारियो के तबादले हुए हैं। उनकी जगह पर सभी नए अधिकारियों की किश्तवाड़ में तैनाती हुई है। जिस वजह से इन अधिकारियों को किश्तवाड़ शहर व इलाके की पूरी जानकारी भी नहीं है। कार्यभार संभालने के बाद अधिकारी इलाके को समझने की कोशिश ही कर रहे थे, इसकी बीच यह घटना हो गई।