गंगा मनुष्य के पापों का नाश करती हैं : राजेश्वरानंद
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संवाद सहयोगी कटड़ा : गंगा दशहरा व निर्जला एकादशी के अवसर पर कटड़ा-ऊधमपुर रोड पर भूमिका मंदिर के पास स्थित श्री राजमाता आश्रम, शनि मंदिर में स्वामी राजेश्वरानंद महाराज ने कहा कि गंगा मनुष्य के पापों का नाश करती हैं तो मनुष्य का यह कर्तव्य बनता है कि वह गंगा की निर्मलता व मर्यादा रखने में सहयोग प्रदान करे।
शनि मंदिर में स्वामी महाराज ने कहा कि जब गंगा की अविरल धारा में स्नान के लिए जाते हैं तो गंगा मैया लहर के रूप में आपके चरण स्पर्श कर लेती हैं। गंगा में प्रवेश करने से पहले प्रणाम करके संकल्प कीजिए कि गंगा को गंदा नहीं करेंगे। गंगा की स्वच्छता, पवित्रता बनाने में यथा संभव प्रयास व कार्य करेंगे। उसमें पाप छोड़ने की भावना से स्नान तो करते हैं, परंतु साथ ही उस पतित पावनी गंगा की सफाई व मर्यादा का ध्यान नहीं रखते तो कहां गंगा आपका कल्याण करेगी।
स्वामी राजेश्वरानंद महाराज ने निर्जला एकादशी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पांडु पुत्रों में भीमसेन के उदर में विशेष प्रकार अग्निवास के कारण उपवास नहीं रख पाते थे तो गुरु जनों की सलाह पर केवल ज्येष्ठ मास की एकादशी को निर्जल व्रत करने से भीमसेन को वर्षभर की सभी एकादशियों के उपवास का शुभफल प्राप्त हुआ है।
गुरु पूर्णिमा के संदर्भ में 17 से 22 जुलाई तक शनि मंदिर श्री राजमाता आश्रम ऊधमपुर रोड में शिवकथा का आयोजन किया जाएगा। 22 जुलाई को यज्ञ, गुरुपूजा, सत्संग व भंडारे का आयोजन किया जायेगा।