नाले में फेंका जा रहा है कचरा, बदबू से लोग परेशान
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी: एक तरफ केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है, जिस
संवाद सहयोगी, सुंदरबनी: एक तरफ केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है, जिस पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन दूसरी तरफ सुंदरबनी के वार्ड नंबर एक से सटे हुए नाले में गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इस नाले में कचरा फेंकने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। आलम यह है कि नाले के बगल से गुजरने वाले आम राहगीरों को बदबू का सामना करना पड़ रहा है।
इतना ही नहीं, उक्त कचरा सुंदरबनी की सुंदरता को भी दाग लगा रहा है। इसके बावजूद नाले से कचरा हटाने और कचरा न फेंकने के लिए म्यूनिसिपल कमेटी द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। इससे प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन भी कमजोर हो रहा है। रोजाना कचरा पूरे शहर का इस नाले में फेंका जा रहा है, जिसमें सबसे अधिक दुकानदारों व सब्जी विक्रेताओं द्वारा दुकानों से निकलने वाला कचरा फेंका जाता है। इस कचरे में भी अधिकतम प्रतिबंधित पॉलिथिन है, वही एक ओर सरकार पॉलिथीन लिफाफा पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हआ है, वहीं दूसरी ओर इस्तेमाल होने के पश्चात कचरा नाले में फेंका जा रहा है। जिससे एक साथ दो नियमों का उल्लंघन हो रहा है।
स्थानीय प्रशासन म्यूनिसिपल कमेटी सब कुछ देखते हुए भी पूरी तरह से मूकदर्शक बनी हुई है। दूसरी ओर नाले में फेंके जाने वाले कचरे से बदबू और कई प्रकार की बीमारियां फैलने की भी संभावना बनी रहती है।
बहरहाल,सुंदरबनी में करीब एक करोड़ की लागत से कचरा निस्तारण प्रोजेक्ट भी है। इसके बावजूद कचरे का निस्तारण नहीं हो रहा है। बाक्स---
कचरा फेंकने वालों पर हो कार्रवाई: पार्षद
वार्ड पार्षद डॉ. अंजना वर्मा का कहना है कि लोगों को बहुत बार इस संबंधी समझाया गया है, इसके बावजूद कचरा नाले में फेंका जा रहा है। इस संबंधी सख्ती बरतने के लिए कमेटी को लिखित में एक सुझाव पेश करेंगे, जिसमें कचरा फेंकने वाले का फोटो सोशल सोशल मीडिया पर वायरल किया जाए। कचरा फेंकते समय देखे जाने पर उसे पांच सौ से लेकर एक हजार का जुर्माना किया जा सके।