स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ सड़क जाम कर किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : वीरवार को खून में वैन की चपेट में आने से घायल हुई बच्ची को उ
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :
वीरवार को खून में वैन की चपेट में आने से घायल हुई बच्ची को उचित उपचार न मिलने तथा रेफर करने के लिए एंबुलेंस उपलब्ध न होने पर भड़के लोगों ने खून पीएचसी के पास धार रोड जाम कर धरना-प्रदर्शन किया। घायल लड़की के परिजनों व अन्य लोगों ने स्वास्थ्य विभाग और बीएमओ मजालता के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने टायर जला कर सड़क बंद कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में शामिल विक्रांत सुंबरिया, पवन ¨सह, हरि ¨सह, सौरव, सत्यजीत ¨सह, अर्जुन सोनू व घायल लड़की के परिजनों ने बताया कि कल हादसे में घायल होने पर जब बच्ची को खून पीएचसी ले जाया गया तो वहां पर कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। इतना ही नहीं अस्पताल में मौजूद कर्मचारी बच्ची के सिर से बह रहे खून को रोकने के लिए भी कुछ नहीं कर सके।
विभाग के पास बच्ची को ऊधमपुर जिला अस्पताल तक पहुंचाने के लिए एंबुलेंस भी नहीं थी। थियाल से एंबुलेंस बुला कर करीब दो घंटों के बाद खून से बच्ची को ऊधमपुर भेजा गया। दो घंटों तक खून बहता रहा। ज्यादा खून बह जाने से बच्ची की मौत भी हो सकती थी।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि खून पीएचसी में डॉक्टरों के पद खाली पड़े हैं। एंबुलेंस चालक का पद खाली है। पीएचसी की एंबुलेंस मंजूर हुई है, मगर डायरेक्टर दफ्तर में पड़ी है। उसे नहीं लाया जा रहा। खून धार रोड पर दुर्घटना संभावित क्षेत्र में आता है। इसलिए यहां 24 घंटे आपात स्थिति में उपचार की व्यवस्था थी, मगर अब पनाड़ा में आपात कालीन व्यवस्था शिफ्ट कर देने के बाद यहां पर कोई डॉक्टर नहीं मिलता। दवा आती है और कहां जाती है, कुछ पता नहीं चलता। जब एंबुलेंस और डॉक्टर ही स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है, तो इस पीएचसी को क्यों खोला गया है।
बाद में एसएचओ मजालता, तहसीलदार ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों से बात कर समझा बुझा कर शांत किया। प्रदर्शन समाप्त होने के बाद करीब आधे घंटे बाद धार रोड पर वाहनों की आवाजाही बहाल हुई। आधे घंटे तक चले प्रदर्शन की वजह से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई।