बारिश व ओलावृष्टि से जनजीवन प्रभावित, 70 फीसद इलाकों में बिजली गुल
जागरण संवाददाता ऊधमपुर मौसम के रंग बदलने के बाद शनिवार तड़के से शुरू हुआ तेज बारिश
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : मौसम के रंग बदलने के बाद शनिवार तड़के से शुरू हुआ तेज बारिश का दौर शाम तक बिना रुके जारी रहा। इसके साथ हुई भारी ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित किया। जिले में अनाज और सब्जी की फसलों के साथ फलों को भी ओलावृष्टि से नुकसान हुआ। बारिश की वजह से करवाचौथ पर्व पर मनियारी, हलवाई व फल विक्रेताओं का कारोबार भी चौपट हो गया। हालाकि शाम को बारिश थमने के बाद बाजार में लोगों पहुंचे। बारिश की वजह से जिले के 70 फीसद इलाकों में बिजली आपूर्ति गुल रहने से लोगों को काफी परेशानी हुई।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक शनिवार को मौसम पूरी तरह बदल गया। तड़के तीन बजे से ही तेज हवाएं चलने लगीं, बिजली चमकने लगी और बादलों ने गरजना शुरू किया। कुछ ही देर बाद तेज बारिश और ओलावृष्टि शुरु हो गई। पूरे जिले में मैदानों से लेकर पहाड़ों में सुबह से लेकर देर शाम तक रुक-कर रुक बारिश के साथ ओले भी गिरते रहे। दिन में 11 बजे तक काफी ज्यादा ओलावृष्टि हुई। इस दौरान इतने ज्यादा ओले गिरे कि सड़कें, खेत और मैदान ओलों से सफेद हो गए। सुबह से लेकर शाम तक इतनी तेज बारिश हुई कि जो जहा था वह वहां से हिल ही नहीं पा रहा था। बारिश की वजह से पैदल और दोपहिया वाहनों पर बेहद कम लोग ही नजर आए। इस दौरान सड़कों पर केवल चारपहिया वाहन ही दौड़ते नजर आए। शाम पाच बजे के बारिश कुछ हल्की हुई, जिसके बाद लोग करवाचौथ के लिए जरूरी सामान की खरीदारी करने के लिए बाहर निकले। मौसम बदलने से तापमान गिरा, बढ़ी सर्दी
शनिवार को मौसम का मिजाज बदलने के बाद हुई बारिश और ओलावृष्टि के साथ ऊपरी पहाड़ों पर हुई बर्फबारी के कारण तापमान ने एकदम से 8.8 डिग्री का गोता लगाया। मौसम विभाग ने शनिवार को अधिकतम तापमान पिछले दिन के मुकाबले 8.8 डिग्री की गिरावट के साथ 19.6 डिग्री व न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री की गिरावट के साथ 13.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। शाम चार बजे तक इलाके में 70 मिलीमीटर से अधिक बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग के मुताबिक मौसम का मिजाज रविवार को भी ऐसा ही बना रहेगा। सोमवार से मौसम खुलने की संभावना है। दोपहर में ही हो गया अंधेरा, लाइटें जलाकर चल रहे थे वाहन
मौसम का मिजाज बदलने के बाद शनिवार को दिन में कई बार अंधेरा हो गया। सुबह से लेकर शाम होने तक कई बार आसमान में इतने काने घने बादल छाए कि दिन में ही इतना अंधेरा हो गया, जितना शाम को अंधेरा होने से पहले होता है। इससे वाहन चालकों को चलने के लिए लाइटों को जलाना पड़ा। ऐसी स्थिति कई बार 15 मिनट तक रही तो कई बार आधे घटे से लेकर एक घटे तक। तड़के से गुल बिजली, रात तक नहीं हो पाई बहाल
शनिवार तड़के तेज हवाएं चलने के साथ बिजली आपूर्ति ठप हो गई। तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने, खंभे ढह जाने और आपूर्ति लाइनों में अनेक जगहों पर खराबी आने की वजह से लगभग पूरे जिले में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। बिजली विभाग के कर्मचारी खराब मौसम में भी बिजली आपूर्ति बहाल करने में जुटे रहे। कर्मचारियों ने मेहनत कर कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बाहल भी कर दी, मगर बमुशकिल से इन इलाकों में आधे से भी कम समय के लिए ही बिजली आपूर्ति बहाल रह सकी। तड़के से गुल बिजली रात को आठ बजे तक बहाल नहीं हो पाई थी। इससे लोगों के इन्वर्टर तक जवाब दे गए। बिजली विभाग के एक्सईएन एमएंडआइ अनिल गुप्ता ने बताया कि तेज हवा से पेड़ गिरने व लाइनें टूटने की वजह से बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया कि बिजली आपूर्ति बहाल करने के प्रयास जारी हैं। कुछ इलाकों में बिजली आपूर्ति बहाल भी हुई है, मगर अभी 70 फीसद इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप है, जिसे बहाल करने के लिए प्रयास जारी हैं। बारिश और तेज हवाएं बिजली आपूर्ति बहाल करने में बाधक बनी हैं।