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डीसी ने बादल फटने से प्रभावित लोगों को त्वरित राहत देने व पुनर्वास के दिए निर्देश

संवाद सहयोगी किश्तवाड़ बादल फटने से प्रभावित हंजर गाव का दौरा करके लौटे डीसी अशोक कुमार

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 06:08 AM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 06:08 AM (IST)
डीसी ने बादल फटने से प्रभावित लोगों को त्वरित राहत देने व पुनर्वास के दिए निर्देश
डीसी ने बादल फटने से प्रभावित लोगों को त्वरित राहत देने व पुनर्वास के दिए निर्देश

संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : बादल फटने से प्रभावित हंजर गाव का दौरा करके लौटे डीसी अशोक कुमार शर्मा ने जिले के दछन और अन्य प्रभावित हिस्सों में लोगों को त्वरित राहत देने और पुनर्वास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वह शनिवार को राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) और जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे।

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डीसी ने बैठक में बताया कि उन्होंने डिवकाम और एडीजीपी के साथ अत्यधिक बारिश और बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ से हुई तबाही का स्थल पर निरीक्षण किया और सभी राहत उपायों को लागू कर दिया है। बैठक में बताया गया कि गाव में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई है और कई लापता बताए जा रहे हैं। हालाकि, बचाव दल ने 17 लोगों को बचा लिया और गंभीर रूप से घायल लोगों का इलाज चल रहा है। डीसी ने एसडीएम मारवाह को एसडीआरएफ मानदंडों के अनुसार मुआवजे के वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया, जैसा कि प्रदेश सरकार की ओर से पहले ही पीड़ितों के खातों में तत्काल मुआवजा राशि भेजने की घोषणा की गई थी। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को एसडीआरएफ के दिशा-निर्देशों के अनुसार इस आपदा के दौरान कृषि फसलों, सरकारी व निजी संरचनाओं के अलावा पशुधन और जीवन को हुए नुकसान की आकलन प्रक्रिया में तेजी लाने और 15 दिनों के भीतर डीसी कार्यालय में बिना किसी लापरवाही के फाइल जमा करने के निर्देश दिए।

इसके अलावा उन्होंने डीएफओ मारवाह को एसडीआरएफ नियमों के अनुसार हंजर, कियार, छिचा आदि में क्षतिग्रस्त पुलों व अन्य बुनियादी ढाचों की तत्काल मरम्मत करने का निर्देश दिया, ताकि क्षेत्र से संपर्क बहाल किया जा सके। बाढ़ नियंत्रण एवं सिंचाई विभाग को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया। एडी एफसीएस एंड सीए को क्षतिग्रस्त खाद्य भंडार को तुरंत बहाल करने और वहा पर्याप्त राशन सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। सीएमओ किश्तवाड़ को चिकित्सा राहत के लिए हंजर गाव में दो फार्मासिस्ट की प्रतिनियुक्ति करने के लिए कहा। इसके अलावा उन्होंने एक्सईएन पीएचई और एक्सईएन पीडीडी को प्रभावित क्षेत्रों में तीन दिन के भीतर आतरिक आधार पर पानी और बिजली सुविधाओं की बहाली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

जिला अस्पताल किश्तवाड़ के चिकित्सा अधीक्षक ने डीसी को अवगत कराया कि सभी छह घायल व्यक्तियों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की गई हैं।

बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त किश्तवाड़ किशोरी लाल शर्मा, एडीडीसी किश्तवाड़ शाम लाल, जीएम डीआइसी किश्तवाड़ खालिद हुसैन मलिक उपस्थित थे।


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