आम जनता के बीच दो दिन और एक रात बिताएंगे अधिकारी
जागरण संवाददाता ऊधमपुर बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम के दौरान जिले की 236 पंचायतों में अधिकार
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर
बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम के दौरान जिले की 236 पंचायतों में अधिकारी जिले में जाकर दो दिन और एक रात आम जनता के बीच बिताएंगे। इस दौरान वह पंचायत राज के कामकाज का जायजा लेने के साथ 14 एफसी के तहत मंजूर फंड के खर्च की समीक्षा भी करेंगे।
जिले में बैक टू विलेज-2 के तहत 25 से 30 नवंबर तक जिले की सभी 236 पंचायतों में अधिकारी लोगों के बीच जाकर उनकी जरूरतों, मांगों व समस्याओं को जानेंगे। पंचायतों में जाने वाले अधिकारियों में 55 अधिकारी जम्मू से होंगे। इनमें केएएस व सचिवालय द्वारा नियुक्त अधिकारी होंगे। इन अधिकारियों की जीएडी ने सूची जारी कर दी है। इस सूची में अधिकारी के नाम के साथ वह कौन से पंचायत में जाएंगे यह भी बताया गया है।
इसके अलावा इस कार्यक्रम के तहत 181 अधिकारी जिले में विभिन्न विभागों में कार्यरत हैं। कौन सा अधिकारी किस पंचायत में जाएगा, प्रशासन ने यह सूची भी जारी कर दी है। ये सभी अधिकारियों के पंचायत में जाने का दिन भी तय है। 25 से 30 नवंबर के बीच अपने निर्धारित दिन पर अधिकारी अपनी पंचायत में दो दिन और एक रात तक रहेंगे। इस दौरान अधिकारियों के रात में रुकने की व्यवस्था पंचायत घरों, स्कूलों व अन्य सरकारी ईमारतों में की जाएगी। पंचायतों में अधिकारियों के रुकने के लिए जगह भी चयनित कर ली गई है। ग्रामीण विकास विभाग को अधिकारियों के रुकने वाली जगह पर मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी जिला विकास आयुक्त दिए हैं।
ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को बेहतर बनाने की तलाशेंगे संभावनाएं
बैक टू विलेज-2 कार्यक्रम में पंचायतों में जाने वाले अधिकारियों पंचायतों के कामकाज, विकास के साथ जन समस्याओं व आवश्यकताओं की जानकारी लेंगे। मगर प्रमुख तौर पर हर अधिकारी अपने दौरे के दौरान हर पंचायत में जाकर वहां पर अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के सभी संभावनाएं भी तलाशेंगे। इस दौरान अधिकारी यह जानकारियां भी जुटाएंगे किस पंचायत में अर्थव्यवस्था को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है।
जीविका प्रोजेक्ट के तहत बनेंगे तालाब
बैक टू विलेज के दौरान जीविका प्रोजेक्ट के तहत भी काम किया जाएगा। इसमें हर पंचायत में जल संचयन के साथ ही लोगों की आíथक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए जीविका प्रोजेक्ट के तहत तालाब बनाने के लिए जगहों को चिन्हित किया जाएगा, ताकि पंचायतों में तालाबों का निर्माण किया जा सके। इसके साथ ही आयुष्मान योजना, जल शक्ति मिशन, बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियानों के साथ ही पेंशन योजना पर भी काम किया जाएगा।
अधिकारियों को दी गई है बुकलेट
पंचायतों में जाने वाले अधिकारियों के लिए बुकलेट भी तैयार की गई है। इसमें बैक टू विलेज के पहले चरण में सूची बद्ध कार्यों, समस्याओं व मांगों सहित अन्य ब्योरा है। इसके साथ ही केंद्र की ओर से आई एक बुकलेट भी अधिकारियों को दी जाएगी। दो दिन और एक रात के दौरे को खत्म के बाद अधिकारी इन बुकलेट को भर कर अपनी फीडबैक देगा। जाने से पहले हर अधिकारी प्रशासन को पंचायत के दौरे के बारे में जानकारी देंगे। वापस लौटने पर वह फिर से प्रशासन को दौरे की जानकारी भी देंगे।
बैक टू विलेज का दूसरा चरण है पहले से मुश्किल
बैक टू विलेज का दूसरा चरण पहले चरण से मुश्किल है। पहले चरण में लोगों को जो उम्मीदें दी गई थी, उन पर कितना खरा उतर पाए हैं, यह उसकी परीक्षा है। यह बात जिला विकास आयुक्त डॉ. पियूष सिगला ने शुक्रवार को डीसी दफ्तर ऊधमपुर में बैक टू विलेज-2 को लेकर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि पहले चरण में तो अधिकारी लोगों की जरूरतें, समस्याएं और मांगें सुन कर आए थे। मगर दूसरे चरण में लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की चुनौती है। वैसे पहले चरण में सूची बद्ध की गई शार्ट टर्म समस्याओं में से अधिकांश का निपटारा हो चुका है और मिड और लांग टर्म समस्याओं व मांगों को पूरा करने के लिए भी कार्रवाई की गई है।
हालांकि पहले चरण के बाद दूसरे चरण को लेकर भी लोगों में खासा उत्साह है। उन्होंने लोगों से इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने की अपील की। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 55 अधिकारी बाहर से आएंगे जबकि 181 अधिकारी जिला के होंगे। यह सभी पंचायत घरों व सरकारी इमारतों में रहेंगे। अधिकारियों के रहने के लिए मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण विकास विभाग को निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के लिए दो दिन का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जिसमें उनको बुकलेट देने के साथ ही उनको काम करने संबंधी प्रशिक्षण दिया गया है।
रामनगर या मजालता क्षेत्र की पंचायत में रात बिताएंगे डीसी
बैक टू विलेज कार्यक्रम के दौरान डीसी ऊधमपुर डॉ. पियूष सिगला भी अन्य अधिकारियों की तरह किसी पंचायत में रात बिताएंगे। वह किस पंचायत में रात बिताएंगे, यह स्पष्ट नहीं है। मगर अपने दौरे के दौरान वह रामनगर और मजालता क्षेत्र की दो से तीन पंचायतों में लोगों के बीच जाकर उनकी समस्याओ को सुनेंगे। इसके साथ ही वह उन दोनों क्षेत्रों में से किसी एक इलाके की पंचायत में लोगों के बीच रात बिताएंगे। इस बारे में डीसी ऊधमपुर डॉ. पियूष सिगला से पूछने पर उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रामनगर और मजालता क्षेत्र की दो तीन पंचायतों में जाने का है। वह लोगों के बीच जाकर विकास सहित अन्य जानकारियां हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि वह किस पंचायत में रात में रुकेंगे यह अभी सार्वजनिक नहीं करेंगे। क्योंकि पहले जानकारी देने से उन पंचायतों में अधिक व्यवस्थाएं करने पर ध्यान दिया जाएगा। मगर वह रामनगर या मजालता इलाके की किसी एक पंचायत में रात बिताएंगे। जिले के किसी भी पंचायत में आ सकते हैं उपराज्यपाल
वहीं बैक टू विलेज कार्यक्रम में उपराज्यपाल के भी जिला में किसी पंचायत में आने की चर्चाएं हैं। इन चर्चाओं के मुताबिक राज्यपाल चनैनी या रामनगर क्षेत्र की किसी पंचायत में आ सकते हैं। इन संभावनाओं को लेकर डीडीसी से पूछे पर उन्होंने कहा कि उनके पास कोई सूचना नहीं है। इसलिए वह आएंगे या नहीं, इस बारे में वह स्पष्ट रूप से कुछ नहीं कह सकते।