नशीले पदार्थ कर रहे युवा पीढ़ी का पतन
संवाद सहयोगी, पौनी : सरकार द्वारा लागू किए गए नशे पर रोक कानून इलाके की युवा पीढ़ी पर
संवाद सहयोगी, पौनी : सरकार द्वारा लागू किए गए नशे पर रोक कानून इलाके की युवा पीढ़ी पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। इससे बच्चों के माता पिता की चिंता बढ़ती जा रही हैं। नशा करने वाले युवाओं को अगर अभिभावकों से पैसे नहीं मिलें तो उनकी मदद उनके दोस्त कर देते हैं। इससे लगातार बच्चे नशे की गिरफ्त में पड़ते जा रहे हैं। लोगों कहना है कि प्रशासन दुकानदारों से 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को नशीले पदार्थ न बेचे।
विकलांग एसोसिएशन के सचिव केएल रैना का कहना है सरकार द्वारा लागू किए गए कानून पर गौर क्यों नहीं किया जाता है। अधिकारी क्यों ऐसे दुकानदारों पर कार्रवाई नहीं करते जो नाबालिगों को नशे आदि से जुड़ी सामग्री बेचते हैं। बडे़ अफसोस की बात है कि दुकानदार भी छोटे-छोटे बच्चों को पैसा कमाने के लिए मासूमों हाथ में नशीले पदार्थ थमा देते हैं। सरकार से छोटे बच्चों को यह सब चीजें बेचने पर रोक लगाने की मांग की है, ताकि आने वाले पीढ़ी नशे की गिरफ्त में न पड़ सके। अभिभावकों का कहना है वह घर में रहते हुए बच्चों का ध्यान रख सकते हैं, लेकिन स्कूल व बाजार में जाने पर बच्चे क्या करते हैं इसकी जानकारी उनके पास नहीं होती है।
इस संबंध में डीसी रियासी प्रसन्ना रामास्वामी का कहना है जो दुकानदार 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तंबाकू, गुटखा आदि बिक्री करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बच्चों के नशे की लत में पढ़ने से अभिभावक में रोकें। उनके स्कूल आने-जाने का पूरा ब्यूरो रखें। उनके बच्चे किन-किन दोस्तों से संपर्क में रहते हैं इसकी जानकारी होना भी अनिवार्य है।