जरूरी आंकड़ा जुटाने में विपक्ष फेल, सुदेश बने रहेंगे प्रधान
संवाद सहयोगी रियासी रियासी नगर परिषद के प्रधान सुदेश पुरी के खिलाफ 7 पार्षदों द्वारा लाया
संवाद सहयोगी, रियासी : रियासी नगर परिषद के प्रधान सुदेश पुरी के खिलाफ 7 पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो पाया। मंगलवार को कटड़ा के एसडीएम अशोक चौधरी की मौजूदगी में पार्षदों की बैठक हुई। इसमें दोनों पक्षों को बराबर 6-6 मत मिले। उधर, पूर्व राज्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक अजय नंदा ने मंगलवार शाम को प्रेस वार्ता कर कांग्रेस को आड़े हाथों लेने के साथ ही इसे सच्चाई की जीत बताया। बता दें कि निकाय चुनाव में रियासी के कुल 13 वार्ड में से भाजपा के छह, कांग्रेस के दो तथा पांच निर्दलीय उम्मीदवार विजयी हुए थे। बाद में निर्दलीय उम्मीदवार वरुण शर्मा और योगराज भाजपा में शामिल हो गए थे। बहुमत मिलने पर वार्ड नंबर 4 के पार्षद सुदेश पुरी को नगर परिषद का प्रधान, वार्ड नंबर 9 के योगराज पंडित को उप प्रधान चुना गया था। कुछ समय पहले वार्ड नंबर 11 की भाजपा पार्षद तृप्ता दुबे का देहांत हो गया था। सुदेश पुरी के खिलाफ 8 अक्टूबर को मौजूदा कुल 12 पार्षदों में से 7 पार्षदों के हस्ताक्षर वाला अविश्वास पत्र डीसी को सौंपा गया था। उसी दिन से यह मामला रियासी में चर्चा का विषय बना हुआ था। डीसी के दिशा-निर्देश पर मंगलवार को कटड़ा के एसडीएम अशोक चौधरी ने रियासी नगर परिषद कार्यालय परिसर में सभी पार्षदों की बैठक बुलाई। इसमें बहुमत दर्शाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पक्ष को अपना-अपना हाथ उठाने के लिए कहा गया। इस दौरान 6 लोगों ने ही हाथ उठाए। इससे दोनों पक्षों का आंकड़ा बराबर रह। अब इसे अंतिम तथा आधिकारिक निर्णय के लिए प्रशासन की तरफ से रिपोर्ट निकाय निदेशक को भेजी जाएगी। फिलहाल विपक्ष को बहुमत न मिलने से सुदेश पुरी कमेटी के प्रधान बने रहेंगे।
भाई को भाई से लड़ाने की है कांग्रेस की नीति : अजय नंदा
पूर्व राज्यमंत्री एवं स्थानीय विधायक अजय नंदा ने मंगलवार शाम को अपने आवास पर प्रेस वार्ता में अविश्वास प्रस्ताव लाने पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। नंदा ने कहा कि भाजपा में शामिल हुए दो निर्दलीय पार्षदों को कांग्रेस ने अपने साथ मिलाकर सुदेश पुरी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर यह साबित कर दिया कि कांग्रेस भाई को भाई से लड़ाने की अपनी राजनीति से बाज आने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा पार्षद तृप्ता दुबे का निधन हो जाने पर मौके का फायदा उठाना चाहा, लेकिन जीत आखिरकार फिर से सच्चाई की ही हुई। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में यहां एक दूसरे की मदद करने की जरूरत है तो वही कांग्रेस एक दूसरे को लड़ाने की सियासत में उलझी हुई है। उन्होंने मौजूदा समय भाजपा के पांच पार्षदों के टस से मस न होने के साथ ही भाजपा के पक्ष में रहे वार्ड नंबर 7 के निर्दलीय पार्षद मुहम्मद रमजान की भी सराहना की।