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भूमि विवाद में युवक की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या

ऊधमपुर के दंदेयाल इलाके में भूमि विवाद में कुछ लोगों ने एक युवक की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या कर दी। घटना के बौखलाए मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल के बाहर धार रोड को जाम कर घंटों जोरदार प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 03 Jul 2020 06:40 AM (IST)Updated: Fri, 03 Jul 2020 06:40 AM (IST)
भूमि विवाद में युवक की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या
भूमि विवाद में युवक की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या

षड्यंत्र रचकर हत्या करने में पुलिस की मिलीभगत का आरोप, महिला पटवारी सहित राजस्व विभाग के लोगों पर संगीन आरोप

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जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : ऊधमपुर के दंदेयाल इलाके में भूमि विवाद में कुछ लोगों ने एक युवक की तेजधार हथियार से निर्मम हत्या कर दी। घटना के बौखलाए मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल के बाहर धार रोड को जाम कर घंटों जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान लोगों ने महिला पटवारी, ऊधमपुर थाना प्रभारी और पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए। मृतक के परिजनों व प्रदर्शनकारियों ने युवक की हत्या षड्यंत्र रच कर किए जाने का आरोप लगाया। कहा गया कि पुलिस घटना की जानकारी मिलने पर भी देरी से मौके पर पहुंची और वह भी बिना एंबुलेंस के।

प्रदर्शनकारियों ने हत्या के आरोपितों की गिरफ्तारी, थाना प्रभारी के निलंबन और हत्या के षड्यंत्र में शामिल सभी लोगों को बेनकाब कर कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस ने इस मामले में तत्काल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही अन्य आरोपों की जांच शुरू कर दी है।

वीरवार को दंदेयाल निवासी राहुल भगत (23) पुत्र सुभाष चंद्र निवासी दंदेयाल इलाके में ही खून में लथपथ पड़ा था। युवक के शरीर पर तेजधार हथियार के कई घाव थे। सूचना मिलने पर उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। युवक की मौत की जानकारी फैलते ही गुस्से की आग धधक उठी। मृतक के परिजनों व अन्य लोगों ने युवक के शव को लेकर जिला अस्पताल ऊधमपुर के बाहर सड़क को जाम कर दिया। परिवार वाले हत्या के आरोपितों का नाम लेकर उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस और राजस्व विभाग के लोगों का हाथ इस षड्यंत्र में होने के आरोप भी लगाए जाने लगे। उन्होंने कहा कि ऊधमपुर थाना प्रभारी की शह पर और षड्यंत्र रचा गया। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि दूसरे पक्ष के लोगों के साथ लंबे समय से जमीनी विवाद चल रहा है। अक्सर वे धमकाते और मारपीट करते रहे हैं।

उन्होंने कहा कि वीरवार को भी दूसरे पक्ष के लोगों द्वारा मामला दर्ज करवाने के बाद मृतक की दादी, तीन चाचा व अन्य लोगों को थाने पर बुलाया गया था। राहुल को फोन कर फोटो लेकर थाने पर आने के लिए कहा गया था। वह जा ही रहा था, तभी रास्ते में घात लगा कर बैठे हमलावरों ने उसे घेर कर बेरहमी से हत्या कर दी और शव झाड़ियों में फेंककर भाग गए। महिला पटवारी के साथ मिलकर बेटे की हत्या की दी थी धमकी मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया कि एक महिला पटवारी के साथ मिलकर आरोपितों ने घर पर आकर बेटे को जान से मारने की धमकी दी थी। मृतक के परिजनों और प्रदर्शनकारी अड़े थे कि जब तक आरोपितों, षड्यंत्र में शामिल पटवारी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक शव को नहीं उठाया जाएगा। सभी डीसी और एसएचओ को मौके पर बुलाने को लेकर भी अड़े हुए थे। परिवार वालों ने यह भी कहा कि घायल राहुल को अस्पताल ऑटो से पहुंचाया गया। उसके लिए एंबुलेंस तक नहीं बुलाया गया। पुलिस मौके पर देरी से पहुंची। मौके पर पहुंचे एएसपी राजेंद्र सिंह कटोच, वुमेन सेल प्रभारी व अन्य पुलिसकर्मी प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास करते रहे। करीब दो घंटों के बाद एडीसी ऊधमपुर नागेंद्र सिंह जंवाल मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों की बात सुनीं और आश्वासन दिया कि सभी आरोपों की जांच की जाएगी। डीसी को फोन कर प्रदर्शनकारियों की मांगों से अवगत कराया। मगर प्रदर्शनकारी थाना प्रभारी को निलंबित करने के बाद ही शव को हटाने की बात कर रहे थे। उसके बाद हिरासत में लिए गए लोगों के फोटो मृतकों के परिजनों के दिखाए गए। फिर लोग शव का पोस्टमार्मट कराने को राजी हुए। डॉक्टरों के बोर्ड ने पोस्टमार्टम किया। प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी टियर गैस के साथ मौके पर तैनात रही।

----------------- डीएसपी मुख्यालय को सौंपी जांच की जिम्मेदारी एसएसपी राजेंद्र सिंह कटोच ने देर शाम साढ़े सात बजे अपने दफ्तर में प्रेसवार्ता की। उन्होंने बताया कि हत्या की जानकारी थाने में एक बजे मिली। सब इंस्पेक्टर अजय कुमार इंगोत्रा के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची। परिवार वालों के आरोपों के मुताबिक चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। डीएसपी मुख्यालय को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। हिरासत में लिए गए लोगों में वार्ड नंबर छह के राकेश कुमार, उसका भाई सुनील कुमार व मदन सिंह पुत्र वजारू राम तथा उसके बेटे रवींद्र सिंह दोनों निवासी दंदेयाल शामिल हैं। हत्या के षड्यंत्र पर उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि दूसरे पक्ष ने कोर्ट के माध्यम से मामला दर्ज करवाया था। उसकी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए पुलिस ने केवल दो लोगों को थाने में बुलाया था। मगर परिवार के सभी आरोपों की जांच की जा रही है। जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे या परिवार वाले जिन पर शक जताएंगे, पुलिस जांच करेगी। उन्होंने कहा कि हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी बरामद नहीं हुआ है। पटवारी पर लगे आरोपों की होगी जांच

मृतक के परिजनों की ओर से महिला पटवारी और राजस्व विभाग के लोगों और पुलिस पर लगाए जा रहे सभी आरोपों की जांच की जाएगी। दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नागेंद्र सिंह जंवाल, एडीसी


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