वैष्णो देवी में अब घोड़ों पर हेलमेट पहने नजर आएंगे श्रद्धालु
जुगल मंगोत्रा/राकेश शर्मा, पौनी/कटड़ा : आप माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जा रहे हैं और ब
जुगल मंगोत्रा/राकेश शर्मा, पौनी/कटड़ा : आप माता वैष्णो देवी की यात्रा पर जा रहे हैं और बाणगंगा (कटड़ा) से भवन तक 13.5 किलोमीटर का सफर घोड़े पर करना चाहते हैं तो आपको अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता करने की कतई जरूरत नहीं। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जल्द ही घोड़े पर यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को निशुल्क हेलमेट मुहैया करवाएगा। इससे आए दिन यात्रा मार्ग पर बारिश के दौरान फिसलन या अन्य कारणों से घोड़े से गिरकर श्रद्धालु चोटिल नहीं होंगे। इसी तरह की व्यवस्था कटड़ा से करीब 75 किलोमीटर दूर भगवान शिव के धाम शिवखोड़ी में भी होने जा रही है। आधार शिविर रनसू से गुफा तक तीन किलोमीटर घोड़े का सफर श्रद्धालु हेलमेट पहनकर ही कर पाएंगे।
नायब तहसीलदार रनसू अशोक कुमार ने बताया कि दर्शन करने के लिए आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए उन्हें हेलमेट पहनाई जाएगी, क्योंकि कई बार श्रद्धालु घोड़े से नीचे गिर जाते हैं और उन्हें सिर में गंभीर चोट लगती है। अगर प्रत्येक यात्री को घोड़े पर बैठने से पहले हेलमेट पहनाई जाएगी तो उन्हें विशेषकर सिर पर चोट नहीं आएगी। शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड के वाइस चेयरमैन व जिला उपायुक्त रियासी प्रसन्ना रामास्वामी ने बताया कि नायब तहसीलदार रनसू ने शिवखोड़ी में 300 हेलमेट मुहैया करवाने के लिए लिखित में उनके पास आवेदन दिया है। वह जल्द श्रद्धालुओं के लिए हेलमेट उपलब्ध करवाकर इसकी मंजूरी दे देंगे।
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के एडिशनल सीईओ अंशुल गर्ग ने भी बताया कि घोड़ों से श्रद्धालुओं की वैष्णो देवी यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित होगी। घोड़े पर बैठने वाले श्रद्धालुओं को विशेष प्रकार के हेलमेट निशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे, ताकि श्रद्धालु यात्रा के दौरान चोटिल ना हों। चिप लाकर घोड़ों पर पल-पल रखी जाएगी नजर :
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के एडिशनल सीईओ अंशुल गर्ग ने बताया कि घोड़ों से श्रद्धालुओं की यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित हो, इसको लेकर बोर्ड ने प्लान तैयार कर लिया है। इसके तहत टेंडर प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। जम्मू की कंपनी जी मैक्स आने वाले दिनों में अपनी सेवाएं शुरू करेगी। इसके तहत भवन मार्ग पर चलने वाले घोड़ों को राफीड चिप यानि रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन चिप लगाई जाएंगी। इस चिप में भवन मार्ग पर चलने वाले घोड़ों की हर हरकत पर नजर रहेगी। पता चलता रहेगा घोड़े वाला श्रद्धालु को लेकर कहां पहुंचा है। घोड़ा बीमार तो नहीं या गिरने का कारण क्या रहा। इसके लिए कंपनी द्वारा भवन मार्ग पर अत्याधुनिक हाई डेफिनेशन कैमरे लगाने के साथ ही काउंटर स्थापित किए जाएंगे। यह काउंटर भवन के साथ हिमकोटी, साझीछत, भैरव घाटी आद्कुंवारी, चरण पादुका आदि स्थानों पर स्थापित होंगे।