मनकोटिया ने भेजा लीगल नोटिस, गुप्ता बोले कोर्ट में ही दूंगा जवाब
संवाद सहयोगी ऊधमपुर हलके में पूर्व विधायक पवन गुप्ता व पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान बलवंत सि
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : हलके में पूर्व विधायक पवन गुप्ता व पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान बलवंत सिंह मनकोटिया के बीच चल रहे सियासी घमासन थमने का नाम नहीं ले रहा है। आलम यह है कि दोनों के बीच चल रहे सियासी खींचतान को आम लोग आगामी लोकसभा चुनाव से भी जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि, उक्त दोनों नेताओं के बीच सियासी घमासन कोई नया नहीं है।
दरअसल, सियासी घमासान अदालत की दहलीज तक पहुंचती नजर आ रही है, क्योंकि पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान बलवंत सिंह मनकोटिया ने पूर्व विधायक पवन गुप्ता को अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने पर मानहानी का लीगल नोटिस भेजा है, जिसके कारण हलके की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। भेजे गए नोटिस के मुताबिक 19 जनवरी 2019 को पूर्व विधायक पवन गुप्ता द्वारा पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान बलवंत सिंह मनकोटिया पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए उनकी छवि खराब करने के लिए कई गंभीर आरोप लगाए थे।
पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान मनकोटिया ने कहा कि पूर्व विधायक गुप्ता ने उनकी छवि खराब करने की कोशिश पहले भी की है। इसके कारण उन्होंने मानहानि का मुकदमा भी दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक गुप्ता ने पिछले दिनों लगातार उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल प्रेसवार्ता में करते हुए बेबुनियाद आरोप लगाए, ताकि उनकी छवि खराब हो सके।
उधर, पूर्व विधायक पवन गुप्ता ने कहा कि मुझे लीगल नोटिस मिला है लेकिन उसका जवाब मैं नहीं दूंगा। मामला कोर्ट में जाएगा तो मैं इसका जवाब कोर्ट में ही दूंगा।
बहरहाल, इस सियासी विवाद को स्थानीय लोग सियासत में वर्चस्व की लड़ाई से ज्यादा कुछ भी नहीं देख रहे हैं, क्योंकि दोनों ही नेता हलके में काफी सक्रिय रहते हैं। इसके कारण ही पूर्व विधायक पवन गुप्ता ने मनकोटिया पर अपने 12 साल के विधायक कार्यकाल के दौरान हलके के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक कहा था कि वे राजनीतिक रूप से बीमार हैं।
मनकोटिया ने जीता था पहला चुनाव 2002 में
पैंथर्स पार्टी के प्रदेश प्रधान बलवंत सिंह मनकोटिया ने 2002 में ऊधमपुर से अपना पहला चुनाव जीते। इतना ही नहीं, वर्ष 2002 में वे वैष्णो देवी के नाम पर डोगरी में शपथ लेने वाले पहले विधायक थे। साल 2010 में पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष बने। उनके चाचा भीम सिंह पैंथर्स पार्टी के संस्थापक हैं, चचेरे भाई हर्ष देव अध्यक्ष हैं।