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निर्माणाधीन रेलवे टनल में मलबा गिरा, एक कर्मचारी घायल

राजेश डोगरा रियासी जिले की अरनास तहसील के अंतर्गत डुग्गा में निर्माणाधीन रेलवे के मु

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Sep 2020 07:35 AM (IST)Updated: Thu, 17 Sep 2020 07:35 AM (IST)
निर्माणाधीन रेलवे टनल में मलबा गिरा, एक कर्मचारी घायल
निर्माणाधीन रेलवे टनल में मलबा गिरा, एक कर्मचारी घायल

राजेश डोगरा, रियासी :

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जिले की अरनास तहसील के अंतर्गत डुग्गा में निर्माणाधीन रेलवे के मुख्य टनल नंबर 13 के भीतर पहाड़ से अचानक काफी मलबा गिर गया, जिसकी चपेट में आने से रेलवे का एक कर्मचारी घायल हो गया। इस दौरान काम कर रहीं कुछ मशीनें और उपकरण भी मलबे में दब गए। मलबे की वजह से टनल से बाहर जाने का रास्ता बंद हो गया, जिससे आपात स्थिति में ट्विन ट्यूब से भीतर फंसे कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। फिलहाल प्रबंधन द्वारा मुख्य टनल का काम बंद करने के बाद टनल के बाहर पुलिस की तैनाती कर दी गई है।

डुग्गा में बन रही 9368 मीटर लंबी इस रेलवे टनल का काम शुरुआत में हिदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी ने लिया था। बाद में हिदुस्तान कंट्रक्शन कंपनी ने इस काम को वेंसार कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (वीसीसीएल) को ठेके पर दिया था। वर्तमान में वीसीसीएल ही इस टनल का निर्माण कार्य कर रही है। मौजूदा समय में लगभग सवा चार किलोमीटर टनल की खोदाई का काम पूरा कर लिया गया है। मंगलवार रात को भी मुख्य टनल के भीतर का काम चल रहा था। उस समय पांच दर्जन से अधिक कर्मचारी टनल के भीतर काम कर रहे थे। मंगलवार की देर रात लगभग डेढ़ बजे के करीब मुख्य टनल के मुहाने से डेढ़ सौ मीटर भीतर अचानक टनल के ऊपरी हिस्से में पहाड़ से पत्थर और मलबा नीचे गिरने लगा। हालांकि उस स्थान पर प्राइमरी सपोर्ट लगाया गया था, लेकिन मलबे के समक्ष कोई भी सपोर्ट नहीं टिक पाया और पहाड़ का काफी मलबा व पत्थर टनल के बीच गिर जाने से मुख्य टनल से बाहर जाने का रास्ता बंद हो गया। जिस स्थान पर मलबा गिरा, वहां लगभग एक दर्जन कर्मचारी काम कर रहे थे, जिनमें एक कर्मचारी घायल हो गया। टनल के भीतर काम कर रहे बाकी कर्मचारी भी मलबे से बाहर जाने का रास्ता अवरुद्ध हो जाने से भीतर फंस गए। इससे वहां अफरा-तफरी मच गई। कुछ कर्मचारी ट्विन ट्यूब से बाहर की तरफ भाग पड़े। इस बारे में पता चलने पर साइट पर मौजूद बाकी कर्मचारी ट्विन ट्यूब से मदद के लिए भीतर घुसे। आखिरकार टनल के भीतर फंसे सभी कर्मचारियों को ट्विन ट्यूब से बाहर निकाल लिया गया। कंपनी अधिकारियों द्वारा सूचित करने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने टनल साइट को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया। उधर, घायल का उपचार कंपनी के ही उपचार केंद्र में किया गया। क्या होती है ट्विन ट्यूब

मुख्य टनल के बगल में एक और सुरंग बनाई जाती है। इसकी लंबाई भी मुख्य टनल के बराबर होती है। भीतर प्रत्येक 375 मीटर के फासले पर मुख्य टनल व ट्विन ट्यूब आपस में जोड़ी जाती हैं, ताकि अगर मुख्य टनल में मंगलवार रात की तरह कोई हादसा हो जाए तो ट्विन ट्यूब का आपात स्थिति में इस्तेमाल किया जा सके। मलबा हटाने में दो से तीन सप्ताह का लगेगा समय

इस संबंध में वीसीसीएल कंपनी के जनरल मैनेजर मुकेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार बहुत बारिश हुई है, उसी वजह से पहाड़ के भीतर से मलबा नीचे आ गया। उन्होंने एक कर्मचारी के मामूली घायल तथा कुछ मशीनरी के मलबे में दबे होने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि ट्विन ट्यूब आपात स्थिति से निपटने के लिए ही बनाई जाती है। सभी कर्मचारियों को ट्विन ट्यूब से बाहर निकाल दिया गया। उन्होंने बताया फिलहाल मुख्य टनल का काम बंद करना पड़ा है। मलबा हटाने में दो से तीन सप्ताह का समय लग सकता है। उन्होंने इस घटना के पीछे काम में किसी भी लापरवाही से इंकार करते हुए इस घटना के लिए जियोलॉजी फेनामेना बताया है।


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