कबड्डी में केंद्रीय विद्यालय नंबर एक ऊधमपुर रहा अव्वल
जागरण संवाददाता ऊधमपुर केंद्रीय विद्यालय नंबर एक ऊधमपुर में मंगलवार से शुरू हुई केंद्रीय
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : केंद्रीय विद्यालय नंबर एक ऊधमपुर में मंगलवार से शुरू हुई केंद्रीय विद्यालय संगठन जम्मू संभाग की 51वीं संभागीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का बुधवार को समापन हुआ। इन प्रतियोगिताओं में अंडर-14 व अंडर-17 छात्रों के बास्केट बाल, कबड्डी व वालीबाल मैच आयोजित किए गए। इन प्रतियोगिताओं में अंडर-14 व अंडर-17 बास्केट बाल, कबड्डी व वालीबाल की कुल 17 टीमों के 319 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
इन प्रतियोगिताओं में अंडर-14 कबड्डी में केंद्रीय विद्यालय नंबर एक ऊधमपुर, केंद्रीय विद्यालय हीरानगर व केंद्रीय विद्यालय भद्रवाह ने क्रमश: स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक जीते। अंडर-17 कबड्डी में केंद्रीय विद्यालय नंबर एक ऊधमपुर, केंद्रीय विद्यालय भद्रवाह व केंद्रीय विद्यालय सांबा ने क्रमश: स्वण, रजत और कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। अंडर-17 बास्केटबाल में केंद्रीय विद्यालय नंबर एक ऊधमपुर, केंद्रीय विद्यालय नंबर दो जम्मू कैंट और केंद्रीय विद्यालय नंबर दो ऊधमपुर ने क्रमश: प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया।
समापन समारोह में आयोजक विद्यालय के प्राचार्य सुमित मेहरा ने सभी प्रतिभागियों व विजेताओं को प्रमाणपत्र वितरित किए। इस अवसर पर दो दिनों तक खेल प्रतियोगिताओं का विवरण भी प्रस्तुत किया गया। इन सभी मैचों में जिला खेलकूद विभाग ऊधमपुर से आए वरुण, उदयवीर चौहान, नीतीश कुमार, दीपक कुमार, संजय शर्मा, केवल कुमार, विकास कुमार, अनिल कुमार, लीना, धनंजय शर्मा, दिनेश कुमार, देवराज, प्रमोद कुमार, सुभाष चंद्र, प्रदीप कुमार, पीएम वर्मा, डीके वर्मा, सतीश कुमार ने मैच आफिशियल के रूप में सराहनीय योगदान दिया।
इस अवसर पर प्राचार्य सुमित मेहरा ने चयनित टीमों व खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि केंद्रीय विद्यालय संगठन की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जम्मू संभाग की ये चयनित टीमें श्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगी।
इस अवसर पर प्रतियोगिताओं के संयोजक व खेल प्रभारी केंद्रीय विद्यालय नंबर एक के राहुल व केंद्रीय विद्यालय नंबर दो के राजीव सिंह ने बताया कि चयनित खिलाड़ियों को इनकी सूचना संबंधित विद्यालयों में भेज दी जाएगी। उन्होंने सभी का आभार भी प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन संजय कुमार पीजीटी हिदी व श्रीमती सीमा रानी टीजीटी संस्कृत ने किया।