किश्तवाड़ में नगर परिषद प्रधान पद के लिए सज्जाद और शाहिद परवीन आमने-सामने
अब मतदान 20 मार्च को होना है। उस समय यह पता चल जाएगा कि किसका पलड़ा भारी है। कहा जा रहा है कि सज्जाद अहमद नजार जिन पार्षदों के सहारे प्रधान बनने की दौड़ में शामिल हुए हैं वे सभी भूमिगत हो गए हैं।
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : किश्तवाड़ के नगर परिषद प्रधान पद के लिए पिछले डेढ़ महीने से खींचातानी चल रही है। अब इसका नतीजा 20 मार्च को आने वाला है। इस पद के लिए सज्जाद अहमद नजार और शाहिद परवीन आमने-सामने हैं। 25 जनवरी 2019 को रियाज अहमद जरगर को किश्तवाड़ के 13 में से नौ पार्षदों ने अपना मत देकर किश्तवाड़ नगर परिषद का प्रधान चुना था।
जरगर के खिलाफ पीडीपी समर्थित पार्षद सज्जाद नजार नगर परिषद के प्रधान पद के उम्मीदवार थे, जिन्हें खुद के अलावा पीडीपी समर्थित दो अन्य निर्दलीय पार्षदों और एक भाजपा पार्षद का मत मिला था। विदित हो कि नगर निकाय चुनाव का नेकां व पीडीपी ने बहिष्कार किया था। इसलिए नेकां व पीडीपी के सदस्यों ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।
रियाज अहमद जरगर के नगर परिषद का प्रधान चुने जाने के बाद अंदर ही अंदर खींचातानी चलती रही। रियाज अहमद को कांग्रेस पार्षदों और नेशनल कांफ्रेंस समर्थित पार्षदों का समर्थन था। इसके साथ ही फिरदौस अहमद मींगनु को उपप्रधान नियुक्त किया गया था। पांच फरवरी 2021 को सज्जाद अहमद नजार ने अपने साथ छह और पार्षदों को मिलाया और रियाज अहमद जरगर के खिलाफ अविश्वास पत्र दाखिल करवाया। इसी के चलते नगर परिषद के एग्जीक्यूटिव आफिसर ने फिर से प्रधान पद के चुनाव के लिए 15 मार्च को नामांकन पत्र लेकर 17 मार्च तक जमा करवाने का आदेश पास किया। अब सज्जाद अहमद नजार और शाहिद परवीन ने प्रधान पद के लिए नामांकन किया है और दोनों आमने-सामने मैदान में हैं।
प्रधान पद पर जीत हासिल करने के लिए सात मत मिलना जरूरी है। अब दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी तरफ से बहुमत का दावा कर रहे हैं। इसमें भाजपा की महिला पार्षद का जिसे समर्थन हासिल होगा, उसक पलड़ा भारी होगा। हालांकि सज्जाद का कहना है कि भाजपा की पार्षद उसके साथ हैं। अब मतदान 20 मार्च को होना है। उस समय यह पता चल जाएगा कि किसका पलड़ा भारी है। कहा जा रहा है कि सज्जाद अहमद नजार जिन पार्षदों के सहारे प्रधान बनने की दौड़ में शामिल हुए हैं, वे सभी भूमिगत हो गए हैं और उन्हें 20 मार्च को ही सामने लाया जाएगा।