आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे सफाई कर्मी, फिर भी घर से उठेगा कचरा
स्टेट रुल्स आर्डिनेंस (एसआरओ) 520 को लागू करने के विरोध में नगर परिषद के सभी 150 सफाई कर्मचारी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन कामछोड़ हड़ताल पर जा रहे हैं। ऐसे में शुक्रवार से शहर की सड़कों व ग
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर: स्टेट रुल्स आर्डिनेंस (एसआरओ) 520 को लागू करने के विरोध में नगर परिषद के सभी 150 सफाई कर्मचारी शुक्रवार से अनिश्चितकालीन कामछोड़ हड़ताल पर जा रहे हैं। ऐसे में शुक्रवार से शहर की सड़कों व गली-मोहल्लों की सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है, लेकिन राहत की बात यह है कि घरों से रोजाना की तरफ निजी सफाई कर्मी कचरा उठाने का काम जारी रखेंगे। ऐसी स्थिति में लोगों को भी अपने आसपास सफाई व्यवस्था पर ध्यान देना होगा और गली मोहल्ले में कचरा फैलाने से परहेज करना होगा।
दरअसल, नगर परिषद के सफाई कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर 25 फरवरी से धरना दे रहे इन अस्थायी कर्मियों का समर्थन करते हुए स्थायी कर्मचारियों ने भी हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। मौजूदा समय में नगर परिषद ऊधमपुर में साठ डेलीवेजर है, और नब्बे स्थायी सफाई कर्मचारी है जिन पर शहर के सभी 21 वार्डों की सफाई व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है। वीरवार को नगर परिषद कार्यालय परिसर में सफाई कर्मचारी यूनियन ऊधमपुर के प्रधान गिरधारी लाल की अध्यक्षता में सफाई कर्मियों ने नारेबाजी करते हुए कहा कि पिछले साल 11 जनवरी 2019 को 12 दिनों के लिए उन्होंने हड़ताल की थी। इसके बाद लोकल बाडी डायरेक्टर ने 23 जनवरी 2019 को उन्हें लिखित में दिया था कि एसआरओ 520 उन पर लागू नहीं होगा। लेकिन अब एक साल बाद, सात साल का कार्यकाल पूरा कर चुके सफाई कर्मियों को स्थायी करने की बारी आई तो उन्होंने एसआरओ 520 को फिर से लागू कर दिया। उन्होंने कहा कि हम इस एसआरओ को लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि तीन दिन तक रोजाना एक घंटे के लिए नगर परिषद दफ्तर परिसर में धरना दिया गया, फिर भी उनकी मांगें नहीं मानी गई, लिहाजा यूनियन के सदस्य अब 28 फरवरी से अनिश्चितकालीन कामछोड़ हड़ताल पर जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब वे पीछे नहीं हटेंगे, हड़ताल मांगें पूरी होने तक जारी रहेगी। इससे जो सफाई व्यवस्था प्रभावित होगी, उसके लिए सरकार ही दोषी होगी।
उन्होंने कहा कि एसआरओ 520 के तहत दस साल का कार्यकाल पूरा किए जाने पर स्थायी करने का प्रावधान है जबकि इस एसआरओ से पूर्व सात साल का कार्यकाल पूरा होने पर कर्मियों को स्थायी किया जाता था। उन्होंने कहा कि इस समय साठ अस्थायी सफाई कर्मियों में से 25 कर्मी ऐसे है, जिनका सात साल का कार्यकाल समाप्त हो चुका है, लेकिन अब एसआरओ 520 के कारण उन्हें स्थायी नहीं किया जा रहा। बाक्स----
रामनगर में भी हुआ प्रदर्शन
ऊधमपुर जिले की रामनगर तहसील में भी अस्थायी सफाई कर्मियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इन कर्मियों ने वीरवार को प्रधान खेमराज की अगुआई में म्यूनिसिपल कमेटी रामनगर कार्यालय के बाहर अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी की। इन कर्मियों ने आधे दिन काम करने के बाद कार्यालय के बाहर धरना दिया। प्रधान खेमराज ने शुक्रवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का ऐलान करते हुए कहा कि रामनगर में भी कल से कोई सफाई कर्मचारी काम नहीं करेगा। बाक्स---
सुझाव
-घरों से बाहर कचरा न फेंके।
-गली मोहल्ले में बच्चों को कचरा फेंकने से रोके।
-घरों के कचरे को एक जगह एकत्रित करके रखे और सफाईकर्मी को सौंप दे।
- गीला व सूखा कचरा को अलग-अलग रखें।