औरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत
01यूडीएम1-नगर परिषद परिसर में कूड़े दान से उठता धुआं और सामने बैंक्वेट हाल में आयोजित
01यूडीएम1-नगर परिषद परिसर में कूड़े दान से उठता धुआं और सामने बैंक्वेट हाल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह से निकलते लोग।
01यूडीएम2-नगर परिषद परिसर में कूड़े दान से उठता धुआं। जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : औरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत, यह कहावत नगर परिषद ऊधमपुर पर पूरी तरह से चरितार्थ होती है। खुले में कचरे को जलाना प्रतिबंधित है। इस प्रतिबंध की धज्जियां मंगलवार को नगर परिषद कार्यालय परिसर में उड़ती नजर आई वह भी तब जब नगर परिषद के टाउन हाल में शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया था। वहीं नगर परिषद ने इसकी जानकारी या ऐसी कोई शिकायत आने की बात कही है।
खुले में कचरा जलाने से नुकसान को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगा रखा है। बावजूद इसके ऊधमपुर में जगह-जगह कूड़ेदानों में कचरा जलता दिखना या उससे उनमें से धुआं उठता देखा जाना आम बात है।
खुले में कचरा जलाने के प्रतिबंध को प्रभावी तरीके से लागू करने में नगर परिषद और जिला प्रशासन दोनों ही विफल साबित हो रहे हैं। इस बारे में जिला प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी जिला प्रशासन से लेकर अपने उच्चाधिकारियों को लिख चुकी है। मगर स्थिति जस की तस है।
जिस नगर परिषद पर खुले में कचरा जलाने पर रोक लगाने की जिम्मेदारी है उससे अपने ही दफ्तर परिसर में कूड़े दान में कचरा जलाया गया था। यह कचरा तब जलाया गया जब बैंक्वेट हॉल में शपथ ग्रहण समारोह चल रहा था। समारोह में हिस्सा लेने के लिए डीसी ऊधमपुर र¨वद्र कुमार के अलावा सभी पार्षद और जिला पुलिस के अधिकारी भी आए थे। जिस जगह पर उनके वाहन खड़े थे उससे थोड़ी दूरी पर परिसर में पड़े कूड़ेदान में धुआं लगातार उठ रहा था मगर किसी ने इस तरह कोई ध्यान नहीं दिया या फिर ध्यान देना नहीं चाहा। शायद रोजमर्रा की बात होने की वजह से उन्होंने इसे देख कर अनदेखा कर दिया हो। -ऊधमपुर शहर से रोजाना तकरीबन 35 क्यूबिक टन कचरा निकलता है जो कि सारा जलाया नहीं उठाया जाता है। नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि कचरे को खुले में न जलाएं। वैसे भी अब कचरा उठाने का काम निजी कंपनी को सौंपा गया है। नगर परिषद परिसर में कचरा नहीं जलाया जाता। मंगलवार को उन्होंने कचरा जलते न तो देखा और न ही कचरा जलने की कोई शिकायत उनके पास आई है। मंगलवार को शपथ ग्रहण समारोह था और मेहमान के चाय नाश्ते के लिए बाहर से हलवाई लगाए गये थे। हो सकता है कि हलवाई या उनके किसी आदमी ने कूड़ेदान में कुछ कचरा फेंक कर जलाया हो। इसका पता लगाएंगे। यदि ऐसा कुछ हुआ होगा तो भविष्य में ऐसा न हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।
संतोष कोतवाल, सीईओ नगर परिषद ऊधमपुर