शिवगंगा में साबुन से नहाए तो होगा 1000 रुपये जुर्माना
संवाद सहयोगी पौनी ऐतिहासिक धार्मिक तीर्थ स्थल रनसू शिवखोड़ी में बहने वाली पवित्र शिवगंगा में
संवाद सहयोगी, पौनी : ऐतिहासिक धार्मिक तीर्थ स्थल रनसू शिवखोड़ी में बहने वाली पवित्र शिवगंगा में मौजूद मछलियों की सुरक्षा के लिए शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड ने शिवगंगा में श्रद्धालुओं के साबुन से नहाने और कपड़े धोने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्देश शिवखोड़ी श्राइन बोर्ड की वाइस चेयरपर्सन इंदू कंवल चिब ने मछलियों की सुरक्षा के लिए लिया है।
इस बारे में अधिकारियों का कहना था शिवखोड़ी में देशभर से भोले बाबा के दर्शन के लिए भक्त आते हैं। शिवगंगा में स्थानीय लोग व श्रद्धालु खुले में स्नान और कपड़े धोते हैं। मछलियों की सुरक्षा और सफाई ंव्यवस्था बनाए रखने के लिए शिवगंगा में साबुन से नहाने और कपड़े धोने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शिवगंगा में बिना साबुन के नहाने पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन गहराई में नहाना भी वर्जित रहेगा। प्रशासन द्वारा शिवगंगा को दूषित करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश से राहत मिलने की उम्मीद है।
मछलियों को आटा डाल पुण्य कमाते हैं भक्त
शिवगंगा में काफी मछलियां हैं जिन्हें श्रद्धालु आटा डालकर पुण्य कमाते हैं। जब श्रद्धालु साबुन से नहाते हैं तो मछलियों को नुकसान पहुंचने की आशंका के चलते यह फैसला लिया गया है। भोले बाबा के भक्त बगैर साबुन के नहा सकते हैं।
जुर्माना नायब तहसीलदार अशोक कुमार ने बताया श्राइन बोर्ड या फिर पुलिस के दो जवान शिवगंगा के निकट प्रतिदिन तैनात रहेंगे। जो भी कोई शिवगंगा में साबुन से स्नान करते एवं कपड़े धोते पकड़ा गया उसे एक हजार रुपये जुर्माना किया जाएगा।
इन दिनों शिवगंगा का जलस्तर है कम
इन दिनों शिवगंगा के जलस्तर में काफी गिरावट आ गई है, जिससे किसानों को सिचाई के लिए पानी नहीं मिलने के साथ-साथ श्रद्धालुओं को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
भोले बाबा के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं का कहना है गर्मियों के मौसम में शिवगंगा का पानी सूखने लगता है। भक्तों के साबुन से नहाने पर गंगा में झिलमिलाती मछलियों पर भी खतरा मंडराता है।
जलस्तर कम होने से किसान भी परेशान
स्थानीय लोगों का कहना है शिवगंगा के पानी से इलाके में कई गांव के किसानों को सिचाई के लिए पानी मिलता है, लेकिन शिवगंगा का जलस्तर कम होने पर किसानों के चेहरे भी मुरझाए हुए हैं। दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु शिवगंगा में स्नान करने के बाद ही आगे बढ़ते हैं, लेकिन इन दिनों उन्हें पानी बहुत कम मिल रहा है।