प्रथम पंक्ति के सभी कोरोना योद्धाओं के होंगे टेस्ट
अमित माही ऊधमपुर कोरोना महामारी को हराने में जुटे प्रथम पंक्ति के सभी कोरोना योद्धा खु
अमित माही, ऊधमपुर :
कोरोना महामारी को हराने में जुटे प्रथम पंक्ति के सभी कोरोना योद्धा खुद इस महामारी से सुरक्षित हैं या नहीं, इसका पता लगाने प्रथम पंक्ति के सभी कोरोना योद्धाओं के कोरोना टेस्ट लिए जाएंगे। जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की मदद से जिलेभर में कोरोना योद्धाओं के टेस्ट कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन शुरू होने के बाद से स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षा विभाग के कर्मचारी, सफाई कर्मचारी, पुलिस कर्मी सहित अन्य कई विभागों के कर्मचारी जान जोखिम में डालकर लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए कोरोना योद्धाओं की तरह काम कर रहे हैं। ये कोरोना योद्धा लोगों के स्वास्थ्य की जांच के लिए स्क्रीनिग, टेस्टिग के अलावा लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने तथा क्वारंटाइन सेंटरों में रखे गए कोरोना संदिग्ध मरीजों से लेकर आइसोलेशन के लिए रखे गए कोरोना मरीजों के उपचार और देखभाल का काम कर रहे हैं।
कोरोना के खिलाफ लड़ी जा रही इस जंग में कोरोना योद्धाओं की जान हर समय जोखिम में रहती है। कहीं पर थोड़ी सी असावधानी इनको कोरोना संक्रमण दे सकती है। हाल ही में ऊधमपुर में एक पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित पाया गया। इस पुलिस कर्मी की ड्यूटी क्वारंटाइन सेंटर पर थी। हर रोज ड्यूटी देने के लिए वह क्वारंटाइन सेंटर आता था और वहां से रोज घर जाता था। कोरोना के खिलाफ दो माह से ज्यादा समय से लड़ी जा रही इस जंग में प्रथम पंक्ति के योद्धा बनकर कोरोना संक्रमण से लोहा लेने वाले कोरोना योद्धाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने जिलेभर में प्रथम पंक्ति के योद्धाओं के कोरोना टेस्ट कराने का फैसला लिया है। प्रथम पंक्ति में काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी, शिक्षक, पुलिसकर्मियों सहित सभी लोगों की सौ फीसद कोरोना जांच सुनिश्चत करने के लिए काम शुरू हो गया है।
इसके तहत जिला पुलिस लाइन ऊधमपुर में कोरोना टेस्ट के लिए शिविर लगाया गया, जिसमें मोबाइल सैंपलिग वाहन की मदद से कोरोना जांच के लिए सवा सौ से ज्यादा पुलिसकर्मियों के कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लिए गए। कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सभी को टेस्ट जरूरी
कोरोना संक्रमण में काम करने वाले प्रथम पंक्ति के सभी कर्मचारियों चाहे वे किसी भी विभाग से संबंधित हों, उनकी सुरक्षा के साथ उनको इसका भरोसा दिलाने के लिए कि वे कोरोना संक्रमण से खतरे से मुक्त है, इसके लिए टेस्ट बेहद जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग इससे पहले भी कोरोना संक्रमण मामले पाए जाने के बाद बने रेड जोन में काम करने वाले प्रथम पंक्ति के कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट करवाता आया है। रेल से आने वाले यात्रियों में से कई पॉजिटिव मामले मिलने पर चिनैनी सैंपलिग सेंटर तथा रेलवे स्टेशन पर तैनात तैनात सभी प्रथम पंक्ति के कर्मचारियों के सैंपल लेकर जांच करवाई गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। इससे प्रथम पंक्ति के कर्मचारियों को अपने सुरक्षित होने की जानकारी मिली और इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा। कुल मिलाकर कोरोना संक्रमण मामलों के मिलने से लेकर तकरीबन एक हजार प्रथम पंक्ति कर्मचारियों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। अब कोरोना महामारी से लोगों के बचाव के लिए विभिन्न व्यवस्थाओं में काम करने वाले पांच हजार के करीब और लोगों के टेस्ट लिए जाना अनुमानित है।
- डॉ. मोहम्मद यासीन, जिला स्वास्थ्य अधिकारी ऊधमपुर में कोरोना महामारी से लोगों को बचाने के काम में जुटे प्रथम पंक्ति की सुरक्षा के प्रति जिला प्रशासन गंभीर है। ये सभी कोरोना संक्रमण से मुक्त हैं या नहीं, इसका पता लगाने के लिए जिला प्रशासन प्रथम पंक्ति के हर कार्यकर्ता, वह चाहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हों या पुलिस कर्मचारी, शिक्षा विभाग के कर्मचारी या नप कर्मी या प्रशासन के अधिकारी या कर्मचारी। कोरोना महामारी में प्रथम पंक्ति में काम करने वाले 100 प्रतिशत लोगों की कोरोना जांच कराई जाएगी, ताकि यदि कोई कोरोना संक्रमित पाया जाए तो उसका फौरन उपचार किया जा सकता। इससे प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ताओं में भी हर समय कोरोना संक्रमण से सुरक्षा को लेकर बनी रहने वाली आशंका भी दूर होगी। जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की मदद से गत दिवस सवा सौ से ज्यादा पुलिसकर्मियों के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए। इसके अलावा 180 के करीब चालकों के भी अभी तक टेस्ट किए जा चुके हैं।
- डॉ. पियूष सिगला, डीसी ऊधमपुर