किश्तवाड़ थाने के सामने फड़ी लगाने वाला हिजबुल आतंकी बना
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : किश्तवाड़ पुलिस थाने के सामने कपड़ों की फड़ी लगाने वाले एक व्यक्ि
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : किश्तवाड़ पुलिस थाने के सामने कपड़ों की फड़ी लगाने वाले एक व्यक्ति के आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल होने की सूचना से पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां सकते में हैं। आतंकी बनने वाले की पहचान कमरू-उज-जमां पुत्र सैयद उल हुसैन निवासी जमुना मुख, जिला नौगांव, असम के रूप में हुई है।
सूत्रों के अनुसार, कमरू किश्तवाड़ पुलिस स्टेशन से मात्र डेढ़ सौ मीटर की दूरी पर पुराने अस्पताल के गेट के पास पुराने कपड़ों की फड़ी लगाता था। वह जुलाई 2017 में अचानक लापता हो गया और उसकी किसी को कोई खबर नहीं थी। न तो उसके घर से कोई उसका पता लेने आया और न ही पुलिस के पास किसी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। कुछ समय पहले कश्मीर में सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हुआ, जिसमें कमरू हाथ में बंदूक लिए नजर आया। उसका नाम-पता भी फोटो पर लिखा हुआ था। इसकी जानकारी जब किश्तवाड़ पुलिस को मिली तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। कमरू के साथ किश्तवाड़ में काम करने वाले लोगों से भी पूछताछ की गई। इन्हीं में से एक अफजल हक ने पुलिस को बताया कि वह जुलाई के बाद नहीं मिला। उसके घर वालों ने भी कोई संपर्क नहीं किया। इसके बाद पुलिस ने सोमवार को उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट किश्तवाड़ थाने में दर्ज की।
कमरू के आतंकी बनने के बारे में पूछे जाने पर एसएसपी अबरार अहमद चौधरी ने कहा कि हमें भी इस बात का पता चला है। इस समय वह ज्यादा कुछ नहीं कह सकते। फिलहाल, पुलिस जांच कर रही है कि वह कब और कहां से लापता हुआ है।
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फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता था कमरू :
कमरू-उज-जमां वर्ष 2017 में ही किश्तवाड़ आया था और फड़ी लगाता था। स्थानीय लोगों का कहना है कि वह काफी पढ़ा-लिखा था और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता था, लेकिन वह किसी से फालतू बात नहीं करता था। उसके आतंकी बनने की खबर से उसके साथ काम करने वाले हैरान हैं। जितने भी लोग असम से किश्तवाड़ में काम कर रहे हैं, पुलिस उनको थाने में बुलाकर पूछताछ कर रही है।
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