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आशियाना बनाने के लिए तारो देवी को मदद की दरकार

संवाद सहयोगी, पौनी : पिछले दिनों हुई बारिश के बाद रनसू के साथ लगते कला गांव में रहने व

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Sep 2018 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 17 Sep 2018 09:00 AM (IST)
आशियाना बनाने के लिए तारो देवी को मदद की दरकार
आशियाना बनाने के लिए तारो देवी को मदद की दरकार

संवाद सहयोगी, पौनी :

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पिछले दिनों हुई बारिश के बाद रनसू के साथ लगते कला गांव में रहने वाली तारो देवी पत्नी स्वर्गीय धर्म चंद का कच्चा मकान ढह गया था, जिसमें उसके घर के अंदर रखा खाने पीने का सामान बर्बाद होने के कारण वह बेघर हो गई थी। पिछले 15 दिन से वह अपने पड़ोस में रिश्तेदारों के यहां पनाह लिए हुए हैं, लेकिन अपना आशियाना बनाने के लिए उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। तारो देवी व उसका बेटा स्थानीय प्रशासन से मकान ढहने के बाद मुआवजे के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक उनके परिवार की किसी ने सुध नहीं ली है। अगर सरकार की तरफ से उसे मदद दी जाती है, तो वह अपनी आगे की ¨जदगी परिवार सहित नया आशियाना बनाने के बाद उसमें व्यतीत कर सकती है। अब तो हालात इतने बदतर हो गए है कि एक समय का खाना भी नहीं मिल पा रहा है और न परिवार के अन्य सदस्यों का भरण-पोषण और बच्चों की पढ़ाई हो रही है।

स्थानीय लोगों ने तो अपनी तरफ से सहयोग देने का पूरा भरोसा दिया है, लेकिन सरकार की तरफ से अब तक उन्हें किसी प्रकार की कोई मदद मुहैया नहीं कराई गई है। अगर सरकार की तरफ से उन्हें सहायता मुहैया कराई जाती है तो वह शीघ्र अपना आशियाना बनाकर उसमें रहेंगे। रनसू के सामाजिक कार्यकर्ता सुनील शर्मा शर्मा का कहना है तारो देवी बेहद ही गरीब महिला है सर के ऊपर छत नहीं होने के कारण उसे काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अगर स्थानीय प्रशासन की तरफ से उसे सहायता मुहैया कराई जाती है तो उससे उसकी भी दो में नई किरण लग सकती है, क्योंकि उसका परिवार पिछले कई दिनों से बिना छत के रह रहा है। बारिश होने के बाद वह अपने रिश्तेदार के यहां पनाह लेते हैं, लेकिन बारिश थमने के बाद वह अपने टूटे हुए घर के निकट ही रातें बिताने पर मजबूर हैं। गौरतलब है कि क्षेत्र में बारिश के कारण कई लोगों के कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। सितंबर 2014 में हुए लोगों के मकानों के नुकसान के बाद सरकार द्वारा भरपाई की गई थी, लेकिन उसके बाद नुकसान की सहायता मुहैया नहीं कराई गई है।

तारो देवी का मकान ढहने के बाद औपचारिकताएं पूरी करने के बाद फाइल तैयार कर उच्च अधिकारियों के पास भेजी गई है। पीड़िता को मुआवजा दिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है। मुआवजा की मंजूरी उच्च अधिकारियों द्वारा ही की जाएगी।

अशोक कुमार, नायब तहसीलदार रनसू।


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