सभी परियोजनाएं व विकास कार्य समय के अंदर पूरे हों : स्कंदन
जागरण संवाददाता ऊधमपुर राज्यपाल के सलाहकार के स्कंदन ने शनिवार को ऊधमपुर का दौरा ि
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : राज्यपाल के सलाहकार के स्कंदन ने शनिवार को ऊधमपुर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने डीसी दफ्तर परिसर स्थित काफ्रेंस हॉल में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर जिले में जारी विकास कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में डीडीसी ऊधमपुर डॉ. पीयूष सिंगला ने सलाहकार का स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने पीएचई, पीडब्ल्यूडी, पीडीडी, स्वास्थ्य, पीएमजीएसवाई, वन, शिक्षा, कृषि सहित विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यो का विस्तृत ब्यौरा दिया।
जिले में जारी विकास कार्यो की प्रगति समीक्षा करते हुए सलाहकार ने सभी जारी परियोजनाओं व कार्यो को गति देकर निर्धारित समय सीमा में पूरा करना सुनिश्चित करने के लिए निर्देश दिए। स्वास्थ्य विभाग को लोगों को दहलीज पर बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए समर्पण के साथ काम करने को कहा। बैठक में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के बारे में जानकारी देते हुए डीडीसी ने सलाहकार को बताया कि ऊधमपुर शहर को प्लास्टिक मुक्त घोषित किया गया है। जिस पर सलाहकार ने जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए जिले में प्लास्टिक शरेडिंग मशीनों को स्थापित करने को कहा। डीडीसी ने बताया कि ऊधमपुर में शीघ्र ही किल वेस्ट प्लाट शुरू किया जाएगा। सलाहकार ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि राज्य की भूमि से अतिक्रमण को हटाकर इस जमीन को जरूरत के मुताबिक परियोजनाओं के लिए उपलब्ध कराएं।
डीडीसी ने सलाहकार को जमाबंदी लेखन की प्रगति से भी अवगत कराया। जिस पर सलाहकार ने राजस्व अधिकारियों की प्रगति और प्रयासों की सराहना की। एसीआर ने आश्वासन दिया कि नवंबर अंत तक जमाबंदी लेखन कार्य पूरा हो जाएगा। सलाहकार ने जमाबंदी की गुणवत्ता और त्रुटि मुक्त रिकॉर्ड सुनिश्चित करने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने परिवहन विभाग को ऊधमपुर जिले में दो इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराने के निर्देश दिया। इसके साथ ही पुरानी बसों को नई के साथ बदलने के लिए भी निर्देश दिए। जिस पर डीसी ने बताया कि इसे लेकर प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। सलाहकार ने डीआइसी को बंद पड़ी इकाइयों का आवंटन रद कर नई इकाइया लगाने वालों को स्थान उपलब्ध कराने को कहा। जीएम डीआइसी ने बताया कि चिनैनी में फूड पार्क प्रस्तावित है। इसके लिए 25 कनाल जमीन की पहचान की गई है। इसके अलावा नई औद्योगिक इकाइयों के लिए 100 कनाल भूमि की भी पहचान की गई है। सलाहकार ने डीसी को आधुनिक तकनीक के साथ स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने को कहा। इसके साथ ही राजस्व, स्वास्थ्य परिवहन क्षेत्र के साथ कृषि और बागवानी क्षेत्र में उपलब्धियों के लिए जिला प्रशासन को भी बधाई दी। इसके साथ एकीकृत खेती तथा किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कृषि, बागवानी पर विशेष ध्यान देने और जिला में अधिक रोजगार पैदा करने को कहा। डीसी ने सलाहकार को बताया कि जीविका योजना के तहत पचोत पंचायत में 90 तालाबों का निर्माण किया गया है। बैठक में राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना के तहत पवित्र देविका परियोजना के काम, ऊधमपुर से चिनैनी तक हाईवे फोरलेनिंग की स्थिति, ईओसी भवन निर्माण, जमाबंदी और म्यूटेशन की स्थिति, पटवार हलकों की रेशनलाईजेशन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके ही गिरदावर सर्किल, पानी की माग व आपूर्ति, बिजली के बुनियादी ढाचे, सड़क चौड़ीकरण, ट्रॉमा सेंटर की स्थिति, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन परियोजना की स्थिति, गर्मी के माध्यम से अपशिष्ट का निपटारा करने वाले मशीन, नए मेडिकल कॉलेज की जमीन की स्थिति, परिवहन, बाढ़ प्रबंधन, औद्योगिक एस्टेट के काम, सौभाग्य, जल संरक्षण योजना, जैविक खेती, पीएमजीएसवाई और पीडब्ल्यूडी की सड़कों के साथ सीआरएफ सड़कों की स्थिति सहित अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में डीडीसी डॉ. पीयूर्ष ंसगला, एसएसपी ट्रैफिक जेएस जौहर, एडीडीसी अशोक कुमार, एडीसी डॉ. गुरविंदरजीत सिंह, जीएम डीआइसी, सूरम चंद शर्मा, मुख्य योजना अधिकारी राजीव भूषण, सहायक आयुक्त राजस्व विकार गिरि के अलावा सभी एसडीएम व अन्य जिला और क्षेत्रीय अधिकारी मौजूद थे।