धनतेरस पर मेहरबान हुए कुबेर, आज भी बनी रहेगी कृपा
जागरण संवाददाता ऊधमपुर कोरोना की वजह से बाजार में छाई मंदी से बेहाल कारोबारियों क
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :
कोरोना की वजह से बाजार में छाई मंदी से बेहाल कारोबारियों के लिए धनतेरस पर कुबेर के देवता कुछ मेहरबान हुए। इस बार दो दिन तक धनतेरस का मुहुर्त होने की वजह से बाजार में वीरवार को भी धन वर्षा हुई। कारोबारियों को शुक्रवार को दूसरे दिन भी धनतेरस का मुहुर्त होने की वजह से कारोबार अच्छा रहने की उम्मीद है। हालांकि यह पिछले साल जैसा तो नहीं होगा, लेकिन फिर भी मंदी के प्रभाव को कुछ कम करने में सहायक जरूर सिद्ध होगा।
वीरवार को धनतेरस का मुहुर्त तो शाम के बाद शुरू हुआ, मगर धनतेरस के दिन सुबह से बाजार में रौनक और भीड़ अधिक थी। दुकानों पर लोग खरीदारी करने के लिए पहुंच रहे थे। हालांकि दोपहर तक भीड़ कम थी, मगर शाम ढलने के साथ ही बाजार में चहल-पहल, रौनक और भीड़ सब कुछ बढ़ गया। दोपहर से ही कोर्ट रोड, मुखर्जी बाजार, गोल मार्केट, मेन बाजार, अस्पताल मार्ग, सैला तालाब सहित शहर के लगभग सभी बाजारों में भीड़ और जाम का नजारा आम देखने को मिला।
धनतेरस पर बर्तन और सोने-चांदी के आभूषण व चीजों की खरीदारी अधिक होती है। दोपहर तक तो स्वर्णकारों और बर्तन विक्रेताओं की दुकान पर भीड़ ज्यादा नहीं थी, मगर शाम के बाद बाजार में दुकानों पर खरीदारों की संख्या काफी ज्यादा नजर आई। हालांकि इस बार पिछले साल जैसा कारोबार तो नहीं हुआ, मगर फिर भी कारोबार अच्छा रहा।
बाजार में बर्तन विक्रेताओं ने अपनी दुकानें जल्दी खोलकर आकर्षक तरीके से सजा दिया था। बर्तन विक्रेता विजय कुमार, सुनील के मुताबिक ऊधमपुर में करीब 30 बर्तन विक्रेताओं की दुकानें हैं। दोपहर तक तो काम थोड़ा बहुत ही चल रहा था, इसके बाद भीड़ बढ़ती गई। इससे कारोबार अच्छा रहा। इसी तरह से रामनगर, पंचैरी, मजालता, मनवाल, चिनैनी व अन्य इलाकों में भी बर्तन विक्रेताओं का कारोबार अच्छा हुआ। धनतेरस पर लोगों ने एलईडी टीवी, वाशिंग मशीन, होम थिएटर सिस्टम, मोबाइल के साथ फ्रिज और गीजर जैसी अन्य सामान की खरीदारी भी की।
धनतेरस पर वाहनों की भी बिक्री हुई। धनतेरस के लिए लोगों ने पहले से ही कार, मोटरसाइकिल और अन्य दो पहिया और चार पहिया वाहन की बुकिग करवा रखी थी। धनतेरस पर किसी वाहन एजेंसी ने 10, किसी ने 15 तो कुछ ने 20 से 25 तक वाहन बेचे।
स्वर्णकार संघ ऊधमपुर के अध्यक्ष जोगिद्र वर्मा ने बताया कि धनतेरस का मुहुर्त दो दिन है। सुबह से ही लोग सोने-चांदी की चीजें, सिक्के खरीदने पहुंच रहे थे। शाम से ग्राहकों की संख्या में इजाफा हुआ। उन्होंने बताया कि सोने के भाव 50 हजार से ज्यादा होने और स्थिर न होने की वजह से कारोबार प्रभावित होगा, मगर इस बार मुहुर्त दो दिन है, इसलिए शुक्रवार को भी कुबेर जी की कृपा की पूरी आस है। अगले दिन दीवाली पर मां लक्ष्मी भी धन बरसाएंगी, ऐसी उनको पूरी उम्मीद है। मगर इस सबके बावजूद पिछले वर्षो की तुलना में कारोबार कम ही रहेगा। उन्होंने कहा कि यदि कुबेर देवता और मां लक्ष्मी की पूरी कृपा बरसी तो यह कोरोना संकट काल से प्रभावित कारोबारियों को कुछ राहत जरूर पहुंचाएगा।
इस बारे में व्यापार मंडल के अध्यक्ष जितेंद्र बरमानी ने बताया कि वीरवार को बाजार में धनतेरस को लेकर खासी रौनक दिखी। विभिन्न कारोबारियों से मिली जानकारी के मुताबिक शाम सात बजे तक दुकानों पर कारोबार अच्छा हो रहा था और भीड़ कम होने का नाम नहीं ले रही थी। उन्होंने कहा कि धनतेरस का मुहुर्त शुक्रवार को भी है, ऐसे में शुक्रवार को भी कारोबार होगा। शनिवार को दीपावली पर्व है, इसलिए बाजार में लोग खरीदारी करेंगे। इससे कोरोना की वजह से दुकानें बंद रहने के कारण कारोबारियों को जो नुकसान हुआ है, उसकी कुछ हद तक भरपाई हो सकेगी। बाजारों में रही जाम की स्थिति
धनतेरस और दीवाली की खरीदारी के लिए बाजार में आए ग्राहकों से जहां बाजार में खासी रौनक रही, वहीं भीड़ बढ़ने से शहर के हर हिस्से में जाम की स्थिति रही। सलाथिया चौक, कोर्ट रोड, मुखर्जी बाजार, गोल मार्केट, मेन बाजार अस्पताल मार्ग में बार-बार जाम की स्थिति बनती रही। दोपहर को भी बार-बार लगने वाले जाम की वजह से लोगों को बाजार तक पहुंचने में 10-15 मिनट से आधे घंटे तक समय लग रहा था। शाम को भीड़ बढ़ने पर जाम की समस्या और गहरा गई। शाम को पुलिस व यातायात पुलिस ने शहर का चक्कर लगाकर जाम का कारण बनने वाली फड़ियों और वाहनों को हटवाया। मगर इसके बावजूद शहर में जाम की समस्या लगातार बनती रही।