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Udhampur News : कचरा संकट को हल करने में मांड में ठोस कचरा प्रबंधन की जमीन निभाएगी अहम भूमिका

मगर इस इस्तीफे के बाद जम्मू तक प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल हुई जिसके चलते डिवकाम को स्थानीय निकाय के साथ खुद ऊधमपुर आना पड़ा। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर फौरन इस मसले को हल करने के निर्देश दिए।

By Edited By: Published: Mon, 19 Sep 2022 05:14 AM (IST)Updated: Mon, 19 Sep 2022 05:15 AM (IST)
Udhampur News : कचरा संकट को हल करने में मांड में ठोस कचरा प्रबंधन की जमीन निभाएगी अहम भूमिका
शुरू होने के बाद भी वहां पर लगे कचरे के ढेर का निस्तारण करने में महीनों का समय लगेगा।

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : शहर में पिछले करीब ढाई माह से ज्यादा समय से बना सफाई का संकट हल करने के लिए नगर परिषद लगातार प्रयास कर रही है। शहर के इस महासंकट को हल करने में मांड में नप की ठोस कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट की जमीन अहम भूमिका निभाएगी। सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही ट्रेंच और एमआरएफ प्रोजेक्ट बनाकर शहर के कचरे का निस्तारण 98 कनाल जमीन पर किया जाएगा।

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नगर परिषद की सुई गांव में कचरा डंपिग साइट है। वहां पर कचरा निस्तारण की उचित व्यवस्था न होने के कारण हजारों टन कचरे का ढेर लगा है। कचरे के विशाल ढेरों और उससे उठने वाली भीषण दुर्गध से बेहाल लोगों ने नप को कचरा फेंकने से रोक दिया। लोगों ने कचरा फेंकने आए वाहनों को ढाई माह पहले पथराव कर भगा दिया। नप और प्रशासन ने बातचीत और जबरन वहां कचरा फेंकने का प्रयास किया, मगर लोगों ने इसका कड़ा विरोध किया और नप और प्रशासन को ऐसा नहीं करने दिया। इस समस्या का हल निकलता न देख नप अध्यक्ष ने पद से इस्तीफा भी दिया। हालांकि यह नामंजूर हो गया।

मगर इस इस्तीफे के बाद जम्मू तक प्रशासनिक और राजनीतिक हलचल हुई, जिसके चलते डिवकाम को स्थानीय निकाय के साथ खुद ऊधमपुर आना पड़ा। उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर फौरन इस मसले को हल करने के निर्देश दिए। इसके बाद सुई में कचरे के ढेर को खत्म करने के लिए कचरे का निस्तारण करने वाले एमआरएफ (मैटेरियल रिक्वरी फैसलिटी) प्रोजेक्ट का काम शुरू हुआ। मगर अभी इसे पूरा होकर शुरू होने में समय लगेगा। शुरू होने के बाद भी वहां पर लगे कचरे के ढेर का निस्तारण करने में महीनों का समय लगेगा।

ऐसे में नगर परिषद, प्रशासन और शहर के लिए पैदा सफाई के संकट को हल करने में ठोस कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट के लिए नप को वर्ष 2014 में मिली 98 कनाल जमीन मददगार होगी। खसरा नंबर को लेकर जारी कुछ तकनीकी दिक्कत की वजह से निशानदेही नहीं हो पा रही थी, मगर अब यह काम हो चुका है। गत दिवस नगर परिषद अध्यक्ष डा. जोगेश्वर गुप्ता व नप सीईओ दिलीप अबरोल ने पीडब्ल्यूडी के एईई, जेई व सुपरवाइजर के साथ मांड में साइट का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। वहां कचरे के निस्तारण के लेकर किए जाने वाले प्रबंधों को लेकर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से चर्चा की। ऐसे में शहर में जारी सफाई संकट के स्थायी हल होने की उम्मीद बंधी है।

इस बारे में नगर परिषद अध्यक्ष डा. जोगेश्वर गुप्ता ने कहा कि शहर में कचरे को लेकर बनी समस्या के उचित व स्थायी समाधान के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। सुई में एमआरएफ प्रोजेक्ट का काम जारी है। इस समय मांड में नप को ठोस कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट के लिए मिली जमीन की मदद से कचरा संकट हल करने के लिए जो जरूरी है, वह किया जा रहा है। थोड़ा समय लगेगा, मगर जो भी होगा बेहतर और स्थाई होगा। सोमवार को एमआरएफ प्लांट का टेंडर खुलेगा। एक माह में इसका काम शुरू हो जाएगा और चार से पांच महीने में सुई में कचरे के ढेर का निस्तारण हो जाएगा। चीफ सेक्रेटरी के समक्ष भी सफाई के मुद्दे को उठाया गया, उन्होंने खुद भी शहर की हालत देखी है। उनसे भी कचरा फेंकने के लिए कोई और जगह उपलब्ध कराने को कहा, जिस पर उन्होंने निर्देश भी दिए हैं। उम्मीद है जल्द ही सफाई संकट का कोई बेहतर हल निकलेगा।


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