जिले में किसान सम्मान निधि योजना में आते हैं 80 फीसद लोग: डीसी
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जिले के घोरड़ी इलाके में एमआइएचडी 201
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : जिले के घोरड़ी इलाके में एमआइएचडी 2018-19 के तहत बागवानी उधमपुर ने एक दिवसीय किसान सेमिनार व सम्मेलन आयोजित किया। जिसमें बड़ी संख्या में बागवानों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर बागवानों ने अपने फल उत्पाद भी प्रदर्शित किए।
जिला विकास आयुक्त ऊधमपुर र¨वद्र कुमार सेमिनार में बतौर मुख्य मेहमान शामिल हुए। उन्होंने विधिवत से सेमिनार व सम्मेलन का शुभारंभ किया। उनके साथ एडीडीसी अशोक कुमार, मुख्य बागवानी अधिकारी बृज वल्लभ गुप्ता मौजूद थे। सेमिनार में ब्लॉक की विभिन्न पंचायत से दो हजार से ज्यादा बागवानों व किसानों ने हिस्सा लिया। सेमिनार में किसानों को बागवानी की उन्नत तकनीकों के साथ अन्य अहम जानकारियां दी गई।
जिला विकास आयुक्त र¨वद्र कुमार ने कार्यक्रम आयोजित करने के लिए विभाग की सराहना की। उन्होंने कहा सड़क संपर्क सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। घोरड़ी की सड़क पर तारकोल बिछाने का काम प्राथमिकता के साथ शुरू किया जाएगा।
लोगों की मांगों पर उन्होंने कहा कि जिले के सभी सरकारी स्कूल में पानी, बिजली और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने लोगों को विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के साथ ही अन्य केंद्रीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने हाल ही में घोषित प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के बारे में बताया कि जिला के 80 फीसद लोग इस योजना में आते हैं। दो हेक्टेयर की श्रेणी में आने वाले किसानों को छह हजार रुपये प्रतिवर्ष लाभ मिलेगा।
उन्होंने लोगों से आयुष्मान भारत योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने एसडीएम और तहसीलदार रामनगर को लोगों के दिन-प्रतिदिन के मामलों को हल करने के लिए माह में दो दिन घोरड़ी में शिविर लगाएं।
इस अवसर पर एडीडीसी अशोक कुमार ने भारत सरकारी की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। वहीं मुख्य बागवानी अधिकारी उधमपुर बृज वल्लभ गुप्ता ने फलों और सब्जियों के उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए बागवानी और कृषि क्षेत्र में किसान समुदाय के लिए सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह जानकारी किसानों तक पहुंचाना ही इस सेमिनार के आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि करीब 60 लाख किसान परिवार राज्य में बागवानी क्षेत्र से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं।
इस अवसर पर इलाके के सरपंचों ने लोगों की समस्याएं रखी। जिसमें पैरामेडिकल और शिक्षा कर्मचारियों की कमी, निर्बाध बिजली की आपूर्ति, पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति, घोरड़ी और अन्य ¨लक सड़कों के काम को तेज करना। तथा घोरड़ी खास में पानी की किल्लत को दूर करना प्रमुख थी।
सेमिनार में कृषि, पशुपालन, भेड़पालन, जम्मू-कश्मीर बैंक, एसबीआई, सेरीकल्चर, फ्लोरीकल्चर, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण सहित अन्य विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर विभिन्न योजनाओं के स्टॉल लगाए। किसानों ने अपने फल उत्पाद भी प्रदर्शित किए थे। इस अवसर पर लोक कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए।