मुआवजे के लिए किसानों का प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : सेना के अधीन आई जमीनों का पूरा मुआवजा देने या जमीनें वापस किसान
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : सेना के अधीन आई जमीनों का पूरा मुआवजा देने या जमीनें वापस किसानों को देने की मांग को लेकर जिब, रैंबल और धनोड़ी के किसानों ने जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया।
पैंथर्स किसान काउंसिल के बैनर तले पैंथर्स प्रदेश अध्यक्ष बलवंत ¨सह मनकोटिया की अगुवाई में हुए इस धरने में जिब, रैंब, धनोड़ी व अन्य इलाकों से बड़ी संख्या में किसान पहेंचे। धरने पर बैठे किसानों व लोगों को संबोधित करते हुए मनकोटिया ने कहा कि तकरीबन 40 साल पहले ऊधमपुर शहर के आसपास के इन इलाकों के किसानों ने अपनी उपजाऊ जमीनें फौज को दी थी। उनको भरोसा दिया गया था कि उनके परिवार के कम से कम एक सदस्य नौकरी दी जाएगी। इसके साथ ही यह भी आश्वासन दिया था कि उनकी जमीनों का पूरा मुआवजा दिए बिना उनकी जमीनों पर पक्की इमारतें नहीं बनाई जाएंगी, मगर अफसोस है कि वादे के मुताबिक न तो किसी किसान परिवार के सदस्य को जमीन के बदले में एमईएस या वन एफओडी में नौकरी दी गई और न ही किसी को उनकी जमीन का आज तक कोई मुआवजा दिया गया। मगर सेना ने लोगों के साथ वादाखिलाफी करते हुए उनकी उपजाऊ जमीनों पर सैकड़ों पक्की इमारतें खड़ी कर दी। जमीनें यहां के किसानों ने दी और नौकरियां अन्य राज्यों से आए लोगों को दी गई।
पैंथर्स किसान काउंसिल के तहसील प्रधान संजय शर्मा और धनोड़ी के सरपंच राकेश शर्मा ने कहा कि किसान सैकडों कनाल जमीनों के मालिक होते हुए भी दयनीय और दूसरों के पास मजदूरी कर जीवन बिताने को मजबूर हैं। जमीनें देने वाले किसानों के युवा बच्चे तक मजदूरी करने को विवश हैं। अपनी मालिकाना जमीन का मुआवजा बार-बार अधिकारियों से मांगे और विभिन्न नेताओं से भी मुआवजा दिलाने की गुहार लगाने पर भी नहीं मिला है। जिब, रैंबल और धनोडी गांव के केस फाइनल स्टेज पर हैं। इनका जल्द निपटारा करते हुए किसानों को उनका बनता मुआवजा जल्द दिए जाने की सरकार से अपील की।
इस अवसर पर पैंथर्स नेता धनी राम व अन्य ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह में लोगों को मुआवजा नहीं दिया गया तो वह 30 अगस्त से किसानों के साथ भूख हड़ताल पर बैठे जाएंगे। धरने पर पूर्व नायब सरपंच जगदीश चंद्र, अमित शर्मा, बलवंत ¨सह. बाबू राम मास्टर, चुनी लाल, मोहन लाल, अरुण कुमार सहित अन्य मौजूद थे।