छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डाक्टरों के 13 पद खाली, कैसे हो इलाज
जुगल मंगोत्रा पौनी रियासी जिले की पौनी तहसील क्षेत्र में सभी छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डाक्
जुगल मंगोत्रा, पौनी
रियासी जिले की पौनी तहसील क्षेत्र में सभी छह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डाक्टरों के पद खाली होने से क्षेत्र के मरीजों को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा। प्राइवेट क्लिनिकों में इलाज करना उनकी मजबूरी बनी हुई। डाक्टरों के पद भरने के लिए स्थानीय लोगों के अलावा जनप्रतिनिधियों ने भी आवाज उठाई, लेकिन समाधान नहीं हुआ। समस्या जस की तस बनी हुई है।
रनसू और भांबला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तो एंबुलेंस तक नहीं हैं। इस कारण लोगों को कई बार प्राइवेट वाहन कर मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाना पड़ता है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भांबला, भारख, रनसू, ठाकराकोट, जिज में पीएचसी बनने के बाद से ही डाक्टरों के पूरे पद नहीं भरे गए हैं। मौजूदा समय में कई डाक्टरों के पद खाली पड़े हैं। इन केंद्रों में कुल डाक्टरों के 21 पद मंजूर हैं। इतना ही नहीं इन केंद्रों में महिला रोग विशेषज्ञ भी नहीं है। इससे प्रसव कराने आने वाली महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। पीएचसी में ओपीडी की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए डाक्टर की कम संख्या होने पर परेशानी झेलनी पड़ रही है। पीएचसी पौनी में एंबुलेंस है, लेकिन रनसू और भांबला में 108 एंबुलेंस नहीं होने से मरीजों को समय पर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाने में परेशानी आती है। कई बार पीएचसी में मौजूद एंबुलेंस मरीज को लेकर जीएमसी भेजी होती है, लेकिन पीछे से सड़क हादसे में घायल व बीमार मरीजों को प्राइवेट वाहन कर अस्पताल ले जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने सरकार से सभी पीएचसी में डाक्टरों की नियुक्तियां करने के अलावा रनसू और भांबला पीएचसी में 108 एंबुलेंस मुहैया कराने कि मांग की है। पूरी नहीं हुई पौनी पीएचसी को अपग्रेड करने की मांग
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पौनी को अपग्रेड करने व नई इमारत बनाने की मांग अब तक पूरी नहीं हो पाई है। हालांकि अपने कार्यकाल के दौरान कई मंत्रियों ने पीएचसी पौनी की नई इमारत बनाने व इसे अपग्रेड करने के लिए कहा, लेकिन उनकी यह सब घोषणाएं लोगों को मात्र दिलासा देने तक ही सीमित थीं। स्थानीय लोगों का कहना है वर्ष 1959 के करीब पौनी में पीएचसी बनाई गई थी, जिसके बाद उसे अब तक अपग्रेड नहीं किया गया है। शिवखोड़ी यात्रा मार्ग पर भी सुविधा नहीं होने पर मरीजों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पीएचसी पौनी पर करीब 80 हजार की आबादी निर्भर है। अगर पीएचसी को अपग्रेड किया जाता है, तो इलाज कराने के लिए आने वाले मरीजों को राहत मिलेगी। डीडीसी और बीडीसी सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन
जिला विकास परिषद (डीडीसी) पौनी के सदस्य केवल कृष्ण शर्मा व रीता शर्मा, बीडीसी चैयरमेन पौनी पवन कुमार शर्मा ने गत दिनों रियासी जिले के दौरे पर आए केंद्रीय मंत्रियों को लिखित में पीएचसी पौनी को अपग्रेड करने के लिए ज्ञापन सौंपा था। इसके अलावा डीसी रियासी और स्वास्थ्य निदेशक से भी पीएचसी पौनी को अपग्रेड करने की मांग की गई है, लेकिन पीएचसी की नई इमारत बनाने और उसे अपग्रेड करने के लिए अब तक ग्रामीणों की मांग को पूरा नहीं किया गया है। बीएमओ डा. कमल जाड़ू का कहना है कि स्वास्थ्य जोन पौनी में पड़ती सभी पीएचसी में डाक्टरों के रिक्त पद भरने के लिए डायरेक्टर हेल्थ आफ सर्विसेज जम्मू को कई बार सीएमओ के माध्यम से पत्र भेजा गया है, लेकिन पीएचसी में डाक्टरों की नियुक्तियां को लेकर कोई हल नहीं निकला है। पौनी पीएचसी को अपग्रेड करने के लिए भी औपचारिकताएं पूरी कर उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई गई है।