विस्थापित बच्चों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की मांग
विस्थापित बचों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने की मांग
संवाद सहयोगी, रियासी : तलवाड़ा विस्थापितों ने वीरवार को स्थानीय क्लब परिसर में बैठक की, जिसमें विस्थापितों के कई पढ़े-लिखे बच्चे भी शामिल हुए। विस्थापित एक्शन कमेटी के प्रधान जगदेव सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में तलवाड़ा विस्थापित बच्चों को सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता ना मिलने पर सरकार के प्रति नाराजगी जताई गई। इस दौरान अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की।
इस मौके पर जगदेव सिंह ने कहा कि विस्थापितों की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। वह बड़ी मुश्किल से अपने बच्चों को इसलिए पढ़ा-लिखा रहे हैं कि सरकारी नौकरियां मिल जाने पर कम से कम उनकी जिदगी तो आराम से गुजर सके, लेकिन तलवाड़ा विस्थापितों की इस मामले में भी अनदेखी हो रही है। उन्होंने कहा कि विस्थापित अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में ही पढ़ाते हैं। वह शहर तथा बड़े स्कूलों के विद्यार्थियों का मेरिट में मुकाबला नहीं कर सकते। लेकिन ईमानदारी और प्रतिभा के मामले में विस्थापितों के बच्चे किसी से पीछे नहीं। बैठक के दौरान कुछ विस्थापित युवाओं ने कहा कि माता-पिता ने अपना पेट काटकर उन्हें किसी तरह शिक्षित किया है लेकिन सरकारी नौकरियों के मामले में सरकार की तरफ से उन्हें कोई राहत नहीं दी गई है। उन्होंने कहा जब से होश संभाला है अपने बड़ों को बड़ों की जिदगी धरने प्रदर्शनों में ही बीतते देखी है। इस सिलसिले को बंद करने के लिए वह पढ़ाई लिखाई में खूब मेहनत करते हैं, ताकि उन्हें तथा उनके परिवार को किसी से कुछ मांगने की जरूरत ना पड़े। उन्होंने कहा कि जैसे कुछ चयनित वर्ग के लिए सरकारी नौकरियों का कोटा आरक्षित है उसी तरह जम्मू संभाग के विस्थापितों के लिए भी सरकारी नौकरियों में कोटा आरक्षित होना चाहिए।