वैष्णो देवी यात्रा में आई गिरावट
संवाद सहयोगी कटड़ा पारंपरिक तौर पर नवंबर माह में वैष्णो देवी यात्रा में कमी निरंतर
संवाद सहयोगी, कटड़ा : पारंपरिक तौर पर नवंबर माह में वैष्णो देवी यात्रा में कमी निरंतर रहती है, लेकिन इस बार उचित संख्या में श्रद्धालु मां वैष्णो देवी के लिए श्रद्धालु आते रहे। यात्रा का आंकड़ा 18 से 23000 के मध्य देखने को मिला। मंगलवार को 11000 श्रद्धालु ही मां वैष्णो देवी के दर्शनों के लिए कटड़ा पहुंचे। इसका मुख्य वजह जम्मू कठुआ के बीच रेलवे पटरी पर कार्य के कारण रेलवे विभाग द्वारा अधिकांश ट्रेनें रद करने या ट्रेनें मात्र पठानकोट तक ही पहुंची। इसलिए मंगलवार को वैष्णो देवी यात्रा में भारी कमी देखने को मिली। वही 20 नवंबर को दोपहर तीन तक 7000 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करवाकर वैष्णो देवी भवन की ओर प्रस्थान कर चुके थे। कटड़ा रेलवे स्टेशन के सुपरिटेंडेंट जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि बीते मंगलवार को जम्मू कठुआ रेलवे लाइन पर महत्वपूर्ण कार्य के कारण कटड़ा तक पहुंचने वाली करीब 5 ट्रेनें या तो रद कर दी गई या उनको पठानकोट तक ही आने की अनुमति मिली। इसके कारण बड़ी कम संख्या में श्रद्धालु आधार शिविर कटड़ा पहुंचे। पठानकोट तक पहुंचने वाली ट्रेनो में कटड़ा- इंदौर मालवा एक्सप्रेस, कटड़ा- मुंबई बांद्रा स्वराज एक्सप्रेस, कटड़ा- आसाम कामाख्या एक्सप्रेस, तथा कटड़ा- अहमदाबाद ट्रेन आदि प्रमुख शामिल थीं। वही नियमित तौर पर चलने वाली 4 ट्रेनें आधार शिविर कटड़ा पहुंची। इनमें कटड़ा से दिल्ली तक चलने वाली श्री शक्ति एक्सप्रेस, वंदे भारत एक्सप्रेस, हेमकुंड एक्सप्रेस, उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आदि प्रमुख है। जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि आगामी मंगलवार को भी ट्रेनों की यही स्थिति रहेगी। वहीं बुधवार को दिन भर आसमान पर घने बादलों का जमघट लगा रहा और दिनभर बर्फीली हवाएं चलती रही। हालांकि अचानक मौसम में हुए बदलाव के बावजूद आधार शिविर कटड़ा से चलने वाली हेलीकॉप्टर सेवा और भवन मार्ग पर चलने वाली बैटरी कार और भवन तथा भैरव घाटी के बीच चलने वाली पैसेंजर कार सेवा सुचारु रही।बुधवार को दिनभर श्रद्धालु अपने परिजनों के साथ गर्म कपड़े पहन लगातार वैष्णो देवी भवन की ओर प्रस्थान करते रहे। श्रद्धालुओं को जल्द ही त्रिकूट पर्वत के साथ ही वैष्णो देवी भवन पर ताजा हिमपात देखने को मिल सकता है।