कोविन ऐप में पंजीकृत कोई भी स्वास्थ्यकर्मी बारी आने से पहले भी लगवा सकता है वैक्सीन
जागरण संवाददाता ऊधमपुर पहले चरण के लिए चयनित कोई भी व्यक्ति अब कोरोना वैक्सीन लगाने के
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : पहले चरण के लिए चयनित कोई भी व्यक्ति अब कोरोना वैक्सीन लगाने के केंद्र पर वैक्सीन लगवा सकता है। किन्हीं कारणों से वैक्सीन न लगवा पाने वालों के नाम पोर्टल द्वारा कैरी फारवर्ड करने की वजह से यह बदलाव किया गया है। पोर्टल की सूची के मुताबिक तो वैक्सीन लगेगी, मगर यदि पहले चरण के वैक्सीनेशन के लिए चयनित कोई व्यक्ति बारी आने से पहले भी वैक्सीन लगवाना चाहता है, तो वह अब लगवा सकता है।
गौरतलब है कि जिले में पहले चरण में 3,525 स्वास्थ्यकर्मियों का चयन कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए हुआ है। इसके लिए करीब 99 वैक्सीनेशन प्वाइंट स्थापित किए गए। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे द्वारा तैयार कोरोना वैक्सीन कोविशील्ड की 1888 डोज की पहली खेप ऊधमपुर पहुंचने के बाद बीते शनिवार को जिले में तीन स्थानों पर वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया गया। यह अभियान ऊधमपुर जिला अस्पताल, रामबन उपजिला अस्पताल और चनैनी सीएचसी में शुरू किया गया।
तीनों जगह पर प्रतिदिन अधिकतम 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जा सकती है। इसके लिए पोर्टल पर अपलोड डाटा में पहले 100-100 कर्मचारियों के नामों का चयन किया जाता है, मगर पहले दिन 300 लोगों में से 216 लोगों को ही वैक्सीन लगी।
अगले दिन रविवार को अवकाश के चलते वैक्सीनेशन नहीं हुआ। सोमवार को फिर से जिले में वैक्सीनेशन हुआ और तीनों जगहों पर दूसरे दिन 138 लोगों को ही वैक्सीन लग पाई। मंगलवार को भी जिले में वैक्सीनेशन हुआ और महज 88 लोगों को ही वैक्सीनेशन लग सकी। इनमें से चनैनी में 14 और रामनगर में केवल 18 लोगों को ही वैक्सीन लग सकी। पोर्टल के पहले वैक्सीन न लगवाने वालों का डाटा फारवर्ड करने से आ रही समस्या : डिप्टी सीएमओ
कम लोगों को वैक्सीन लगने के बारे में पूछे जाने पर डिप्टी सीएमओ डॉ. सिम्मी वर्मा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं को वैक्सीन नहीं लगनी है। इसके साथ कोरोना पॉजिटिव होने वाले लोग या ड्यूटी व अन्य कारणों से कई स्वास्थ्य कर्मी वैक्सीन लगवाने नहीं पहुंच रहे। इसके साथ ही पोर्टल वैक्सीन न लगाने वाले लोगों का डाटा कैरी फारवर्ड कर रहा है, जिससे हर दिन सूची में 50 फीसद से ज्यादा उन लोगों के नाम होते हैं, जो वैक्सीन लगाने नहीं पहुंचे हैं। इस वजह से यह समस्या हो रही है। आज इस मुद्दे पर हुई बैठक हुई, जिसमें यह फैसला लिया गया कि वैक्सीनेशन के लिए चयनित और कोविन ऐप में पंजीकृत कोई भी स्वास्थ्यकर्मी वैक्सीन लगवाने के लिए आ सकता है। इसके साथ ही वैक्सीनेशन के लिए चयनित हर व्यक्ति का आना भी अनिवार्य है, क्योंकि उसके आने के बाद उसके वैक्सीन न लगने का कारण दर्ज कर उसकी वैक्सीन लगाने की स्थिति को पोर्टल में अपलोड करने के बाद ही उसका नाम पोर्टल से हटेगा।