Move to Jagran APP

टिड्डी दल पर प्रहार के लिए कृषि विभाग तैयार

भारत के कई राज्यों में (लोकस्ट) टिड्डी दल के हमले के बाद राज्य में एहतियात के तौर पर कृषि विभाग ने आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 05:56 AM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 07:49 AM (IST)
टिड्डी दल पर प्रहार के लिए कृषि विभाग तैयार
टिड्डी दल पर प्रहार के लिए कृषि विभाग तैयार

अमित माही, ऊधमपुर : भारत के कई राज्यों में (लोकस्ट) टिड्डी दल के हमले के बाद राज्य में एहतियात के तौर पर कृषि विभाग ने आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि ऊधमपुर में टिड्डी दल के हमले की संभावना तो न के बराबर है, बावजूद इसके कृषि विभाग ने फील्ड स्टाफ को कृषकों से संपर्क कर उनको टिड्डी के संभावित खतरे से अवगत कराने और इस खतरे से निपटने के लिए तैयारी करने के लिए जागरूक करने को गया है। इसके साथ ही किसानों को निरंतर निगरानी भी करते रहने और टिड्डियां नजर आते ही फौरन विभाग के फील्ड स्टाफ या अधिकारियों को सूचित करने को कहा गया है। चंद दिनों में रामनगर और ऊधमपुर सब डिविजन में स्थिति सभी 14 जोनों में निगरानी के लिए कमेटियां गठित की जाएंगी।

loksabha election banner

देश के कई राज्यों में हमला कर चुका टिड्डी दल तबाही मचा रहा है। टिड्डी दल के खतरे को लेकर पंजाब राज्य को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं प्रदेश सरकार व कृषि निदेशालय के निर्देशों पर ऊधमपुर जिला ने भी किसानों को टिड्डी दल से बचाव के प्रति जागरूक करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा कीट नाशक दवा विक्रेताओं को भी टिड्डियों के खात्मे में प्रयोग होने वाले दवाएं पर्याप्त मात्रा में भंडारित करने को कहा है। जिला कृषि अधिकारी एसके भगत ने बताया कि पड़ोसी राज्य में बेशक टिड्डी दल पहुंच चुका है, लेकिन यहां पहुंचने की संभावना न के बराबर है। फिर भी गत दिनों जम्मू में कृषि विभाग की हाई लेवल मीटिंग हुई, जिसमें विभाग के निदेशक और कमिश्नर सेकरेटरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे, जिसमें इस खतरे की संभावनाओं को लेकर उठाने वाले एहतियाती कदमों और इसके लिए आवश्यक तैयारियों पर चर्चा की गई। उन्होंने कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों के निर्देशों पर जिला में भी कृषि विभाग ने एहतियात के तौर पर जरूरी कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। किसानों को जागरूक कर रहे हैं।

-------- क्लोरोपेरीफास और मेलाथियान का करें छिड़काव कृषि विभाग के मुताबिक यदि टिड्डी दल हमला करता है तो किसानों अपनी फसलों पर मेलाथियान और कोलोरोपेरीफॉस कीट नाशक का छिड़काव कर सकते हैं। दो मिलीलीटर इस दवा को एक लीटर पानी में मिला कर फसल पर छिड़काव करें। छिड़काव पहले नहीं करना चाहिए, क्योंकि टिड्डियों के हमला शुरू होते ही दवा का छिड़काव करने से यह प्रभावशाली तरीके से काम करता है। बहतु पहले छिड़काव का कोई ज्यादा असर नहीं होता। इसलिए किसान तैयारी रखें। ताकि हमला शुरू होने की छिड़काव किया जा सके।

--------- बड़ी कॉलोनी में आता है टिड्डी दल कृषि विभाग के सब्जेक्ट मैटर स्पेशलिस्ट (एसएमएस) विकास पाधा ने बताया कि (लोकस्ट) टिड्डी दल बहुत बड़ी कॉलोनी में एक से दूसरी जगह सफर करता है। एक कॉलोनी में करोड़ों से अरबों तक टिड्डियां हो सकती है। टिड्डियां इतना अधिक खाती हैं कि आधे से एक घंटे में यह पांच सौ से 700 हेक्टेयर में लगी किसी भी फसल को चट कर सकती हैं। खुद तो यह ज्यादा लंबी उड़ान नहीं भर सकती, मगर तेज हवा इनको कई किलोमीटर की दूरी तय कराने में सहायक होती है। हवा का रुख जिस तरफ होता, उसकी गति उसी दिशा में उतनी ही अधिक होती है। अफ्रीका से शुरू हुआ हमला, इरान, पाकिस्तान होते हुए, महाराष्ट्र और गुजरात पहुंच चुका है। इसके चलते पंजाब अलर्ट पर है। राज्य भी एहतियात बरत चुका है।

------- पानी की तेज बौछार भी भागती है टिड्डियां

कृषि अधिकारियों ने बताया कि कीट नाशकों के अलावा पानी की तेज बौछार करने से भी टिड्डियां भागती है। इसलिए उच्चाधिकारियों ने फायर एंड इमरजेंसी विभाग की भी इस काम में मदद लेने को कहा है। इस बारे में फायर एंड इमरजेंसी विभाग से भी संपर्क किया जाएगा और जरूरत पढ़ने पर मदद ली जाएगी।

------------------ कीट नाशक विक्रेताओं को दवा उपलब्ध रखने को कहा कृषि विभाग ने जिले में थोक व खुदरा कीट नाशक विक्रेताओं को टिड्डी हमले में प्रयोग होने वाली कोलोरोपेरीफास और मेलाथियान की पर्याप्त उपलब्धता रखने को कह दिया है। इसके साथ ही किसानों को भी दवा अपने पास रखने तथा स्प्रे मशीनों और पंपों को तैयार रखने को कहा है।

------------ प्रजनन की अनुकूल प्रस्थितियों से तादाद अधिक कृषि अधिकारियों ने बताया कि इस साल लगातार बारिश होती रही, जिससे टिड्डियों को पनपने में अनुकूल मौसम और वातावरण मिला। एक मादा टिड्डी सार में तीन बार अंडे देती है। एक बार में यह 200 के करीब अंडे देती हैं। इस वजह से इस बार टिड्डियों की तादाद काफी ज्यादा बड़ी है।

------------ ऊधमपुर में अभी तक टिड्डी दल के हमले की संभावना न के बराबर है। आज तक कभी भी ऊधमपुर में टिड्डी हमला हुआ नहीं है। मगर हमला हो नहीं सकता, ऐसा कहा भी नहीं जा सकता। कृषि विभाग की इस मुद्दे पर हाई लेवल मीटिंग हुई है। कई अहम निर्देश जारी हुए हैं। इन निर्देशों के मुताबिक जिला कृषि विभाग ने ऊधमपुर में निगरानी और बचाव के लिए सभी उपाय शुरू कर दिए हैं। अधिकारियों और फील्ड स्टाफ को किसानों से संपर्क कर उनको जागरूक करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

- एसके भगत, मुख्य कृषि अधिकारी, ऊधमपुर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.