10 दिन बाद 10 मिनट आता है पानी
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : गर्मियों में पानी की कमी हो तो बात समझ में आती है लेकिन सर्दियों के
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़ : गर्मियों में पानी की कमी हो तो बात समझ में आती है लेकिन सर्दियों के दिनों में भी लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है। किश्तवाड़ में कुलीद, जलना, पंडित गांव, भुपनगर आदि ऐसे इलाके हैं जहां 10 दिन के बाद मात्र 10 मिनट पानी आता है। यहां पानी के लिए लोगों को पानी के लिए भागदौड़ करनी पड़ रही है।
लोग चाहे पानी की समस्या को लेकर धरना प्रदर्शन करें लेकिन पीएचई विभाग के कर्मचारियों पर इसका कोई असर नहीं है। वह अपनी मर्जी से ही पानी की सप्लाई देते हैं। आजकल सर्दियों के दिन हैं, पानी की कोई खास कमी नहीं होनी चाहिए लेकिन किश्तवाड़ शहर में अभी भी पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। उसके बाद कोई पूछने वाला नहीं, पीएचई विभाग के अधिकारियों को जल्दी इस बारे में सूचित करो तो बह यह कहकर टाल देते हैं कि अभी अपने कर्मचारियों से बात करेंगे। पीएचई के टैंकर लोगों को पानी देने के बजाय वहां पानी दे रहे हैं यहां पर लोगों के मकानों का निर्माण कार्य चल रहा है। ऐसे में पीएचई के अधिकारियों पर भी सवालिया निशान लगते हैं जिन इलाकों में पानी की सप्लाई नहीं है उन इलाकों के लोगों ने का कहना है कि वह इस बारे में जब तक हम प्रदर्शन नहीं करेंगे तब तक विभाग पानी नहीं देगा। ऐसा लग रहा है कि पीएचई के खिलाफ एक व्यापक मुहिम छेड़ने की जरूरत है उसके बाद ही पानी की आपूर्ति होगी। किश्तवाड़ के एक्सियन सुदेश कोतवाल का कहना था कि शहर में आने वाली पाइप लाइन बारिशों की वजह से क्षतिग्रस्त हो गई है उसे जल्द ही ठीक करने का काम चल रहा है जैसे ही लाइन ठीक हो जाएगी पानी की आपूर्ति पूरी कर दी जाएगी।