Udhampur Blast में बसों में IEDs और टाइमर से धमाके किए जाने की संभावना : एडीजीपी
घटना स्थल का जायजा लेने के बाद एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि ऊधमपुर में दो किलोमीटर के बीच दो बसों में विस्फोट हुए हैं। विस्फोट से बसों में जिस तरह से क्षति हुई है उससे लग रहा है कि हाई एक्सप्लोजिव आइईडी का इस्तेमाल किया गया है।
ऊधमपुर, जागरण संवाददाता : बम विस्फोट के बाद ऊधमपुर आकर घटना स्थल का जायजा लेने के बाद ADGP Mukesh Singh ने कहा कि ऊधमपुर में दो किलोमीटर के बीच दो बसों में विस्फोट हुए हैं। एक धमाका रात साढ़े दस बजे और दूसरा सुबह पौने छह बजे के करीब हुआ है। धमाकों के मामले की विभिन्न पहलुओं से जांच की जा रही है। दोनों बसें एक ही रूट पर चलने वाली हैं। दोनों बसों में विस्फोटक का तरीका औऱ एक जैसे ही विस्फोट का प्रयोग हुआ प्रतीत हो रहा है।
विस्फोट से बसों में जिस तरह से क्षति हुई है, उससे लग रहा है कि IEDs का इस्तेमाल किया गया है। पिछले कुछ महीनों में पुलिस ने अलग-अलग माड्यूल पर काम किया है। यह विस्फोट भी उसमें से किसी एक का काम लग रहा है। बसों में आइईडी को रात या सुबह के समय सेट किया गया, जिस समय में बसों में कोई नहीं होता। यह जांच का विषय है। रात को हुए विस्फोट में दो लोग घायल हुए थे, मगर दोनों घायल खतरे से बाहर हैं।
इस धमाके में विभिन्न जांच एजेंसियां जांच कर रही है। विचार विमर्श किया जा रहा है। दोनों ही विस्फोटों के मामले दर्ज हो चुके हैं। कुछ पुराने लीड हैं, जिन पर काम किया जा रहा है। जल्द ही इन धमाकों की कुछ न कुछ सच्चाई तक पहुंचने की संभावना है। विस्फोट में स्टिकी बम के प्रयोग होने तथा इसे इसमें विस्फोट के लिए टाइमर के इस्तेमाल करने की संभावना से भी एडीजीपी ने इन्कार नहीं किया।
बता दें कि अपने सभी प्रमुख कमांडरों के मारे जाने से हताश आतंकियों की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान या उससे पहले प्रदेश में गतिविधयां बढ़ने की साजिश को लेकर पंद्रह दिन पहले खुफिया एलर्ट जारी किया गया था। खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, गृहमंत्री अमित शाह दौरे में व्यवधान डालने के लिए आतंकी प्रदेश में किसी भी प्रमुख शहर और कस्बे में हमला कर सकते हैं ताकि उन्हें ज्यादा से ज्यादा प्रचार मिले। इस इनपुट के बावजूद बावजूद सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ऊधमपुर शहर में सीरियल ब्लास्ट ने सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी पर सवाल खड़ा कर दिया है।