मानसिक रोगी महिला ने सड़क किनारे बच्चे को जना
भांवला क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक मानसिक रोगी महिला ने खुले में एक बच्चे को जन्म दिया। उसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने जच्चा और बच्चा दोनों को जिला अस्पताल रियासी पहुंचाया।
संवाद सहयोगी, पौनी : भांवला क्षेत्र में बुधवार देर शाम को एक मानसिक रोगी महिला ने खुले में एक बच्चे को जन्म दिया। उसके बाद पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने जच्चा और बच्चा दोनों को जिला अस्पताल रियासी पहुंचाया।
भांवला क्षेत्र में मानसिक रूप से बीमार महिला प्रसव पीड़ा के कारण सड़क किनारे बैठी हुई थी। इस दौरान स्थानीय लोगों ने महिला को समस्या होने पर जब पूछा तो उसने कोई जबाव नहीं दिया। लोगों ने पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी। जब तक पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम महिला के पास पहुंचती, तब तक उसने एक बच्चे को जन्म दे दिया था। महिला बच्चे को छोड़ कर भागने का प्रयास कर रही थी, लेकिन पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे इलाज के लिए पीएचसी भांवला पहुंचाया। महिला नवजात को अपनाने से भी इनकार कर रही थी। मानने को तैयार नहीं थी कि उसने बच्चे को जन्म दिया है। डाक्टरों ने जच्चा और बच्चा दोनों की जांच कर जिला अस्पताल रियासी में भेज दिया है।
पीएचसी की डॉ. हरलीन कौर ने बताया महिला की आयु 30 वर्ष के करीब लगती थी। महिला ने अपना नाम प्रवीण और गांव सींगस जिला राजौरी बताया है। उसने कोई और जानकारी नहीं दी। गौरतलब है कि वर्ष 2019 के मार्च महीने में भी पौनी के गरण गांव में सड़क किनारे एक मानसिक रोगी महिला ने बच्ची को जन्म दिया था। बाद में उस महिला ने बच्ची को धनुआ गांव में स्थित किसी के घर पर छोड़ कर चली गई थी।
------------ महिला मानसिक रूप से बीमार थी। पीएचसी भांवला की डॉ. हरलीन कौर ने कड़ी मशक्कत से उसे बहला-फुसला कर अस्पताल पहुंचाया है। प्रसव के बाद जच्चा और बच्चा दोनों को जिला अस्पताल रियासी में भेजा गया है।
- डॉ. कमल जी जाडु, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर पौनी