साढ़े छह साल में नहीं बन सकी छह किमी सड़क
संवाद सहयोगी ऊधमपुर किसी राज्य शहर के विकास का पता वहां की सड़कों की हालत देखकर चल ज
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : किसी राज्य, शहर के विकास का पता वहां की सड़कों की हालत देखकर चल जाता है। सड़कों को विकास की धुरी माना गया है। अगर सड़कें ही खस्ताहाल होंगी तो कैसे विकास हो सकता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं शत्रेड़ी से मलोठी जाने वाली सड़क का काम 2012 में शुरू हुआ था जो कि आज तक पूरा नहीं हो सका।
सामाजिक कार्यकर्ता एडवोकेट संजीत बवोरिया व उनकी टीम ने कुलवंता ब्लॉक के तहत आते गांव छत्रेड़ी का दौरा किया। उन्होंने देखा कि वहां पर पीएमजीएसवाई के तहत आती सड़कों का काम कई वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक पूरा नहीं हुआ है। ऐसी ही एक सड़क शत्रेड़ी से मलोठी की है जिसका निर्माण कार्य 20 अगस्त 2012 को शुरू हुआ था। 2013 में निर्माण कार्य पूरा होना था। सड़क की लंबाई छह किलोमीटर थी पर एक वर्ष की जगह साढे़ छह साल बीत गए पर सड़क का कार्य पूरा नहीं हो सका। इससे सड़क मलबे व नाले में तबदील हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा खर्च की गई लाखों रुपये की राशि बर्बाद हुई है। बवोरिया ने मांग की है कि इस सड़क का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाए ताकि लोगों को आ रही परेशानी से निजात मिल सके।