सफाई कर्मियों की हड़ताल से ऊधमुपर और रियासी में गलियों व सड़कों पर फैला कचरा
लंबित मागों को लेकर अस्थायी सफाई कर्मचारियों की कामछोड़ हड़ताल तीसरे दिन वीरवार को भी जारी रही। हड़ताल के कारण ऊधमपुर और रियासी जिले में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप होकर रह गई है। इससे दोनों शहरों व कस्बों की गलियों और सड़कों पर कचरे के ढेर बड़े होने लगे हैं। कचरे से उठने वाली बदबू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। इससे इससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है। अगर कर्मियों की हड़ताल अधिक समय तक रही तो महामारी फैलने का खतरा बन सकता है।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर/ रियासी : लंबित मागों को लेकर अस्थायी सफाई कर्मचारियों की कामछोड़ हड़ताल तीसरे दिन वीरवार को भी जारी रही। हड़ताल के कारण ऊधमपुर और रियासी जिले में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप होकर रह गई है। इससे दोनों शहरों व कस्बों की गलियों और सड़कों पर कचरे के ढेर बड़े होने लगे हैं। कचरे से उठने वाली बदबू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। इससे इससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है। अगर कर्मियों की हड़ताल अधिक समय तक रही तो महामारी फैलने का खतरा बन सकता है।
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के बैनर तले अस्थायी सफाई कर्मियों ने सरकार और विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तब तक उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
हड़ताल से शहर में फैली गंदगी से तंग शहरवासियों का कहना है कि अगर अस्थायी सफाई कर्मचारियों की मांगें जायज हैं तो उन्हें शीघ्र पूरा किया जाना चाहिए अन्यथा हड़ताल का खामियाजा आम लोगों को बीमारियों की चपेट में आकर भुगतना पड़ेगा।
रियासी में संघ ने 1 मार्च को आधा दिन काम किया था। लेकिन 2 मार्च को वह अनिश्चितकालीन काम छोड़ हड़ताल पर उतर आए। इससे कस्बे में सफाई व्यवस्था ठप हो कर रह गई है। इससे गली कूचे मे कूड़ा करकट बिखरता जा रहा है तो कई चौराहों मे कूड़े ढेर दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं। इनमें विशेषकर जनाना पार्क के समीप कूड़े के डंपिंग पॉइंट से कूड़ा ना उठाए जाने के कारण वहा गंदगी बढ़ती जा रही है। कूड़ा रास्ते में बिखरने से राहगीरों को भी परेशानी हो रही है। वहीं नई बस्ती चौक में ऑटो स्टैंड के बिल्कुल समीप लगे कूड़े के ढेर से राहगीरों के अलावा ऑटो चालकों तथा उन यात्रियों को भी परेशानी हो रही है जिन्हें ऑटो में सवार होकर उसके चलने के इंतजार में वहा बैठना पड़ता है। कुछ ऑटो रिक्शा चालकों ने बताया कि पिछले तीन दिन से यहा गंदगी का आलम बढ़ता जा रहा है। स्टैंड पर मौजूद रहना उनकी मजबूरी हैं। लेकिन उनके लिए ना केवल यहा खड़े रहना मुश्किल बल्कि खुद के बीमार होने का भी डर पैदा हो गया है। लावारिस पशुओं के लिए भी खतरनाक :
आम लोगों ने भी कहा कि मौसम में बदलाव आ रहा है, गर्मी बढ़ने से कूड़े कचरे में दुर्गंध उठ रही है। कचरा ना केवल आम लोगों के लिए बल्कि लावारिस मवेशियों के लिए भी घातक साबित हो सकता है, जो चारे की तलाश में कचरे में मुंह मारते रहते हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप कर शीघ्र सुलझाना चाहिए।
वादे कर बाद में मुकर जाती है सरकार : समधू
अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ के प्रधान पिंका समधू ने कहा कि जनता को होने वाली परेशानी का उन्हें भी दुख है। लेकिन सरकार भी उनसे वादे कर बाद में मुकर जाती है। यही वजह है कि उन्हें एक बार फिर कामछोड़ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि सरकार को भी आम जनता की परेशानियों को समझना चाहिए। तभी समस्या का समाधान हो सकता है।