Machail Yatra 2021: इस वर्ष मचैल यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को मिल सकती है सड़क की सुविधा
मैंने ठेकेदार को हिदायत दी है कि अभी नाले में पानी कम है। काम तेजी से करवा कर अपनी मशीनें नाले के पार करवा ले। हमें अगस्त महीने की यात्रा से पहले चशोती तक सड़क चाहिए। ठेकेदार ने भी इस बात को लेकर हामी भरी है।
बलवीर सिंह जम्वाल, किश्तवाड़ : इस वर्ष मचैल यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को सड़क की सुविधा मिल सकती है। अगस्त में यात्रा शुरू होने से पहले इसके बन जाने की उम्मीद है। अभी गुलाबगढ़ से मचैल जाने के लिए कच्चा मार्ग ही है, जिससे श्रद्धालुओं को वहां पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
13 साल पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत गुलाबगढ़ से मचैल तक 32 किलोमीटर सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ था। तब लोगों को यह उम्मीद थी कि जल्दी ही मचैल तक सड़क पहुंच जाएगी और माता चंडी के मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी नहीं होगी, लेकिन पिछले 13 साल में 13 किलोमीटर से ज्यादा सड़क नहीं बन पाई। इसका कारण यह है कि सड़क के किनारे बसने वाले कुछ गांवों के लोगों ने सड़क को लेकर विवाद खड़े कर दिए। मामला अदालतों तक पहुंचा और बाद में फैसला होने के बाद सड़क निर्माण का काम शुरू हुआ। पिछले दो साल से पलाली गांव के लोग इस सड़क का निर्माण कई बार बंद करवा चुके हैं।
उनका कहना था कि पहले यह सड़क पलाली गांव में जाए, उसके बाद आगे के लिए जाए, क्योंकि इस सड़क का नाम अठोली से पलाली और फिर पलाली से मचैल का रखा गया था। कई बार कम बंद होने के बाद ठेकेदार काम छोड़ कर बैठ गया। उसके बाद प्रशासन ने हस्तक्षेप करके काम शुरू करवाया, लेकिन फिर वही हालत रही। अभी हाल ही में पलाली गांव के लोगों ने सड़क का निर्माण कार्य बंद करवा कर वहां पर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया था।
20 फरवरी को डीसी किश्तवाड़ अशोक कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर सड़क का काम शुरू करवाया। इसके साथ ही पलाली गांव के लिए भी अलग से सड़क बनाने की बात कही और उसका सर्वे भी शुरू करवाया। जिसके बाद मचैल सड़क का काम शुरू हुआ। अब काम जोरों पर चल रहा है। इससे मचैल यात्रा शुरू होने से पहले इस सड़क के बन जाने की लोगों में उम्मीद जगी है। एसडीएम पाडर वरुण जीत सिंह चाढ़क ने बताया कि आगे के टेंडर हो चुके हैं।
मैंने ठेकेदार को हिदायत दी है कि अभी नाले में पानी कम है। काम तेजी से करवा कर अपनी मशीनें नाले के पार करवा ले। हमें अगस्त महीने की यात्रा से पहले चशोती तक सड़क चाहिए। ठेकेदार ने भी इस बात को लेकर हामी भरी है। गुलाबगढ़ से चशोती तक 25 किलोमीटर सड़क के निर्माण में ही ग्रामीण समस्या खड़ी कर रहे थे। आगे चशोती से मचैल तक नौ किलोमीटर सड़क निर्माण में कोई मुश्किल नहीं आएगी।