जिले में अब सिर्फ ऊधमपुर और रामबन के लोगों के लिए जाएंगे सैंपल
अमित माही ऊधमपुर जिला ऊधमपुर को कई जिलों के लोगों के कोरोना सैंपल लेने से मुक्ति मि
अमित माही, ऊधमपुर :
जिला ऊधमपुर को कई जिलों के लोगों के कोरोना सैंपल लेने से मुक्ति मिल गई है। ऊधमपुर में पहले जम्मू संभाग के कई जिलों के साथ घाटी के पांच जिलों के लोगों के कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे थे। मगर नए निर्देश आने के बाद अब ऊधमपुर में केवल ऊधमपुर के साथ पड़ोसी जिला रामबन के लोगों के ही सैंपल लिए जाएंगे। इन निर्देशों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने चिनैनी केंद्रीय विद्यालय में बना सैंपलिग सेंटर भी निलंबित कर दिया है। अब रेल से आने वाले लोगों के रेलवे स्टेशन पर मोबाइल सैंपलिग यूनिट की मदद से सैंपल लिए जाएंगे।
जबसे विभिन्न राज्यों में फंसे लोगों की घर वापसी शुरू हुई है, तबसे ऊधमपुर जिला लोगों की घर वापसी में अहम भूमिका निभा रहा है। पहले बसों से अन्य राज्यों व जिलों से आने वाले ऊधमपुर सहित पड़ोसी जिलों के लोगों की सैंपलिंग की जिम्मेदारी ऊधमपुर जिले को सौंपी गई। ऊधमपुर के टिकरी इलाके में काली माता मंदिर और हायर सेकेंडरी स्कूल में तो सैंपलिग सेंटर बनाकर वहां पर सैंपलिग कियोस्क लगाए। जहां पर ऊधमपुर के अलावा रामबन, डोडा और किश्तवाड़ जिले के लोगों की सैंपलिग शुरू की गई।
पहले रोजाना करीब 30 लोगों के सैंपल ऊधमपुर में लिए जा रहे थे, मगर टिकरी में सैंपलिग सेंटर शुरू होने के बाद इनकी संख्या लगातार बढ़ती चली गई। जो धीरे-धीरे बढ़कर 500 का आंकड़ा भी पार कर गई। इसी बीच ऊधमपुर जिले के कंधों पर पूरे राज्य के लोगों की घर वापसी के लिए अहम भूमिका निभाने की जिम्मेदारी आ गई। विभिन्न राज्यों से श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेनें राज्य के लोगों को लेकर ऊधमपुर पहुंचने लगीं। रेल से आने वाले राज्य के विभिन्न जिलों के लोगों में से सात जिलों के कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल लेने की जिम्मेदारी ऊधमपुर को सौंपी गई। ऊधमपुर को ऊधमपुर और रामबन के अलावा घाटी के पांच जिलों के सैंपल लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई। इससे ऊधमपुर में लिए जाने वाले सैंपलों की संख्या बढ़कर 700 से एक हजार और कई बार तो इससे भी ज्यादा हो गई। कई जिलों के सैंपल लेने की वजह से जिला स्वास्थ्य विभाग पर काफी दबाव था, जिसे कम करने के लिए सैंपल लेने के लिए जम्मू से भी कुछ टीमें आई। मगर अब सरकार के नए निर्देशों से जिला ऊधमपुर पर सैंपलिग का दबाव काफी कम हुआ है, जिससे स्वास्थ्य कर्मी खासी राहत महसूस कर रहे हैं।
नए निर्देशों के मुताबिक विभिन्न जिले अपने जिले के लोगों की सैंपलिग करेंगे। इसके बाद अब ऊधमपुर जिले में ऊधमपुर के अलावा रामबन जिला के लोगों की सैंपलिग होगी। अब ऊधमपुर में सिर्फ ऊधमपुर और पड़ोसी जिला रामबन के लोगों की सैंपलिग होगी। सैंपलिग का दबाब कम होने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने चिनैनी के केंद्रीय विद्यालय में बनाया गया सैंपलिग सेंटर भी निलंबित कर दिया है। इस सैंपलिग सेंटर में ऊधमपुर सहित सात जिलों के रेल से आने वाले लोगों के सैंपल लिए जाते थे। मगर ऊधमपुर और रामबन के लोग होने की वजह से सैंपलिग भी कम होगी, क्योंकि इन दोनों जिलों के काफी कम लोग रेल में होते हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने चिनैनी का सैंपलिग सेंटर निलंबित किया है। अब रेलवे स्टेशन पर लिए जाएंगे रेल यात्रियों के सैंपल
चूंकि अब ऊधमपुर में केवल ऊधमपुर और रामबन दो जिलों के लोगों के सैंपल लिए जाने हैं, इसलिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें रेल से आने वाले यात्रियों में शामिल उक्त दोनों जिलों के लोगों के सैंपल लेने की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर करेंगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग वाहन में बने मोबाइल सैंपलिग यूनिट की मदद लेगी। उचित जगह बनाकर मोबाइल सैंपलिग यूनिट की मदद से रेलवे स्टेशन पर ही सैंपल लिए जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग को सरकार और जिला प्रशासन ने जो जिम्मेदारी सौंपी, उसी के मुताबिक पहले बसों से आने वाले ऊधमपुर व पड़ोसी जिलों के लोगों के सैंपल लिए गए। इसके बाद सात जिलों के रेल यात्रियों के भी सैंपलिग का काम ऊधमपुर को सौंपा। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने सच्चे कोरोना योद्धाओं की तरह दिन-रात काम कर इस काम को बखूबी अंजाम दिया। इसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। अब नए निर्देशों में ऊधमपुर में केवल ऊधमपुर और रामबन जिलों के लोगों के ही सैंपल लिए जाने हैं, इसलिए चिनैनी सैंपलिंग सेंटर को निलंबित कर दिया गया है। रेल यात्रियों के सैंपल रेलवे स्टेशन पर मोबाइल सैंपलिग यूनिट की मदद से लिए जाएंगे। टिकरी और ऊधमपुर में पहले ही सैंपलिग सेंटर काम कर रहे हैं। नए निर्देशों से सैंपलिग का काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को राहत मिलेगी।
- डॉ. मोहम्मद यासीन, डीएचओ एवं जिला कोरोना नोडल ऑफिसर