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कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास रैंडम सैंपलिंग

जागरण संवाददाता ऊधमपुर बाजार खुलने के साथ ही जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी के संक्रम

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 08:09 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 08:09 AM (IST)
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास रैंडम सैंपलिंग
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए मास रैंडम सैंपलिंग

जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : बाजार खुलने के साथ ही जिला प्रशासन ने कोरोना महामारी के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिले में रैंडम सैंपलिंग शुरू की है। रविवार को प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल सैंपलिग टीम की मदद से गोल मार्केट इलाके में मीट मार्केट के पास सैंपलिग शिविर लगाकर मीट विक्रेताओं के साथ ढाबों व अन्य दुकानों पर काम करने वाले लोगों की रैंडम सैंपलिग की।

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लॉकडाउन में छूट का दायरा बढ़ने के बाद बाजार खुलने लगे हैं। दुकानों पर काम करने वाले सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य विभाग से जांच करवा कर प्रमाण पत्र हासिल करना अनिवार्य किया गया है। दुकानों पर काम करने वाले लोग जांच के बाद यह प्रमाणपत्र हासिल कर काम पर पहुंच रहे हैं। मगर इसी बीच कोरोना संक्रमण को किसी भी तरह से न फैलने देने के लिए जिला प्रशासन ने जिले में मास रैंडम सैंपलिंग शुरू की है।

ऊधमपुर में सार्वजनिक स्थल पर रैंडम मास सैंपलिंग (व्यापक स्तर पर) की शुरुआत प्रशासन ने सब्जी मंडी से की थी। यह जांच शक्तिनगर में एक महिला के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद की थी। क्योंकि इस महिला का एक पुत्र सब्जी मंडी में काम करता था। पुत्र के कोरोना संक्रमित होने की आशंका के बाद लोगों में भय की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने कोरोना जांच के लिए सब्जी मंडी में ढाई सौ के करीब लोगों के सैंपल लिए। सब्जी मंडी में लिए गए सभी टेस्टों के साथ संक्रमित महिला के सब्जी मंडी में काम करने वाले बेटे सहित दोनों बेटों की रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके बाद सब्जी मंडी में कारोबार करने वालों सहित शहरवासियों ने राहत की सांस ली।

चूंकि अब बाजार खुल रहा है, इसलिए सब्जी, फल, दूध, मीट, किराना सहित अन्य चीजें बेचने वालों के संपर्क में बड़ी संख्या में लोग आने लगे हैं। बेचने वाला कोरोना संक्रमण से सुरक्षित है कि नहीं इसका पता लगाने के लिए प्रशासन ने रविवार को ऊधमपुर मीट मार्केट के पास सैंपलिग कैंप लगाकर मीट, फल, सब्जी, होटलों व ढाबों पर काम करने वालों सहित तकरीबन 200 से ज्यादा लोगों के रैंडम सैंपल लिए। दोपहर से लेकर शाम तक चली इस प्रक्रिया में लिए गए सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया है।

इस बारे में तहसीलदार ऊधमपुर मोहिद गुप्ता ने कहा कि रैंडम मास सैंपलिग से यह पता चलेगा कि लोगों के संपर्क में आने वाले सामान बेचने वाले लोग कोरोना संक्रमण से सुरक्षित है या नहीं। यदि कोई संक्रमित होगा तो समय पर पता लगने से उसका शीघ्र उपचार हो सकेगा और वह और लोगों को संक्रमित नहीं करेगा। वहीं, अगर कोई संक्रमित नहीं मिलता तो लोगों की सामान खरीदते वक्त रहने वाली आशंका दूर होगी। यह प्रकिया आगे भी जारी रहेगी।


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