अब ऊधमपुर में भी निखर पाएगी खेल प्रतिभा
खेल सुविधाओं के अभाव से जूझ रहे ऊधमपुर में भी अब उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हो पाएगी। जिले के खिलाड़ी भी प्रदेश स्तरीय खेल मैदान में अपना दमखम दिखा सकेंगे।
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर :
खेल सुविधाओं के अभाव से जूझ रहे ऊधमपुर में भी अब उच्च स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध हो पाएगी। जिले के खिलाड़ी भी प्रदेश स्तरीय खेल मैदान में अपना दमखम दिखा सकेंगे। प्रदेश व राष्ट्र स्तरीय प्रतियोगिताओं के अभ्यास करने के लिए उन्हें अब जम्मू या दूसरे जिलों में नहीं जाना पड़ेगा। ऊधमपुर के शजालता में दस करोड़ रुपये की लागत से खेल मैदान को विकसित कर आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। अगर सब तय योजना अनुरूप हुआ तो इसी वित्तीय वर्ष में सुभाष स्टेडियम के निर्माण का काम पूरा हो जाएगा और अप्रैल माह से खिलाड़ी यहां खेल पाएंगे। इसी साल से इस स्टेडियम में जिला व प्रदेश स्तर की खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन का रास्ता भी साफ हो जाएगा।
स्टेडियम में इन दिनों मिट्टी डालकर उसे समतल करने का काम जोरशोर से चल रहा है। ऐसी उम्मीद है कि एक सप्ताह के भीतर यह काम पूरा हो जाएगा। इसके साथ ही खिलाड़ियों के लिए चेजिंग रूम निर्माण का काम भी चल रहा है और उम्मीद है कि मार्च से पूर्व इन सभी जारी कार्याें को निपटा कर स्टेडियम खिलाड़ियों को समर्पित कर दिया जाएगा। स्टेडियम की प्रोटेक्शन वॉल का निर्माण भी पूरा हो चुका है। इसके अलावा 1.78 करोड़ रुपये की लागत से इंडोर स्टेडियम का निर्माण भी हो चुका है। इसके अलावा बॉस्केबाल कोर्ट और शौचालय भी तैयार किया जा चुका है। इस स्टेडियम को विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत दस करोड़ रुपये मंजूर हुए थे। इनमें से 6.5 करोड़ रुपये की लागत से पीडब्ल्यूडी ने पैवेलियन तैयार करना था और शेष 3.5 करोड़ रुपये की लागत से खेल परिषद ऊधमपुर को मैदान व अन्य खेल ढांचा खड़ा करना था।
--------------------
पेवेलियन की होगी रि-डिजाइनिग
स्टेडियम में पेवेलियन बनाने की जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी को दी गई थी। इसके लिए 6.5 करोड़ रुपये मंजूर हुए। पीडब्ल्यूडी ने पेवेलियन का ठेका एक स्थानीय ठेकेदार को दिया, लेकिन निर्माण के दौरान यहां पेवेलियन की सीढि़यां ढह गई। इस कारण पिछले दो साल से स्टेडियम का काम रुका पड़ा था। इस मामले की विभागीय जांच हालांकि जारी है, लेकिन अब पेवेलियन बनाने की जिम्मेदारी भी खेल परिषद को दी गई है। खेल परिषद के आग्रह पर गत दिनों रूढ़की से विशेषज्ञों की एक टीम ने मौके का दौरा कर निरीक्षण किया और पेवेलियन को रि-डिजाइन करने की सिफारिश की है।
----------------
दस साल पहले शुरू हुआ था निर्माण
स्पोर्ट्स स्टेडियम शजालता, ऊधमपुर के निर्माण का नींव पत्थर चौदह नवंबर 2010 को जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन खेल व तकनीकी शिक्षा मंत्री इंजीनियर आरएस चिब ने रखा था। शुरुआती दौरे में तो काम तेजी से चला, लेकिन बाद में रफ्तार धीमी पड़ गई। दो साल पूर्व निर्माणाधीन पेवेलियन की सीढ़ी ढह जाने से मामला जांच के घेरे में आ गया और विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गया। अब खेल परिषद के प्रयास से स्टेडियम का काम दोबारा शुरू हो पाया है।
-------------
-स्टेडियम को समतल करने का काम जारी है, जो अगले सात-आठ दिन में पूरा हो जाएगा। अन्य खेल ढांचा लगभग तैयार है। उम्मीद है कि मार्च तक सारे काम पूरे हो जाएंगे और खिलाड़ी यहां पर अभ्यास करने के साथ आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले पाएंगे।
-सकतीश चोपड़ा, प्रबंधक खेल परिषद ऊधमपुर