दूषित भोजन से बीमार पड़ने वालों की संख्या 80 तक पहुंची
जिले की बंधार पंचायत के खैरल कोट गांव में वुधवार को आयोजित भंडारे में दूषित भोजन से बीमार पड़े लोगों मे 30 ओर मरीज सामने आए हैं। इस तरह भंडारे के दूषित भोजन से बीमार पड़ने वालों की संख्या
संवाद सहयोगी, रियासी : जिला रियासी की बंधार पंचायत के खैरल कोट गांव में भंडारे में दूषित भोजन ग्रहण करने के बाद बीमारी होने वाले लोगों की संख्या 80 हो गई है। शनिवार को डॉक्टरों की टीम ने घर-घर जाकर जांच की तो तीस और मरीज सामने आए है। गांव में अभी और लोगों के बीमार होने की आशंका है। वहीं शनिवार को फूड सेफ्टी की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने भंडारे के लिए बनाई 3 चीजों के सैंपल लेकर उन्हें जांच के लिए भेज दिया है। कुछ मरीजों का गांव में ही तो कुछ का जिला अस्पताल रियासी में उपचार चल रहा है। खैरल गांव में बिगड़े हालात को देखते हुए रियासी से डॉक्टरों की एक और टीम को भेजा गया है।
बुधवार को खैरल कोट गांव में एक व्यक्ति द्वारा अपने घर में यज्ञ व भंडारे का आयोजन किया गया था। भंडारे में भोजन करने के बाद कुछ लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी। अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ने की जानकारी मिलने पर शुक्रवार को रियासी, अरनास, पौनी तथा कटड़ा से चिकित्सकों का दल प्रभावित गांव पहुंचा। उन्होंने कैंप लगाकर मरीजों की जांच तथा उपचार शुरू कर दिया। शाम तक 50 मरीज सामने आए। इनमें से 30 मरीजों को जिला अस्पताल रियासी रेफर कर दिया गया। जबकि 20 मरीजों का गांव में ही उपचार चल रहा था। दूषित भोजन खाने से बीमार हुए कई लोग घरों में ही पड़े रहे। ऐसे में चिकित्सकों के दल ने घर, घर जाकर जांच शुरू की तो 30 मरीज और सामने आए। इन मरीजों का गांव में ही उपचार किया जा रहा है। गांव में ही 50 मरीजों का उपचार किया गया, जबकि जिला अस्पताल रियासी में भर्ती मरीजों में से छह को शनिवार को छुट्टी दे दी गई। सभी मरीजों की हालत स्थिर है। गांव में डॉक्टरो का दल मौजूद है।
- डॉ. पीएस ठाकुर, चीफ मेडिकल ऑफिसर, जिला अस्पताल रियासी फूड सेफ्टी विभाग की टीम प्रभावित गांव खैरल कोट गांव पहुंच गई है। टीम भंडारे में बनाई गई तीन चीजों के सैंपल ले चुकी है। इनमें कोदरा के आटे तथा पानी से तैयार किए बगनी का सैंपल शामिल है। विभागीय जांच में पता चला है कि कोदरा का आटा ऊधमपुर से एक विक्रेता से खरीदा गया था। उधमपुर स्थित उस विक्रेता की दुकान से भी कोदरा के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए है।
- मदन मगोतरा, जिला अधिकारी, फूड सेफ्टी विभाग