Move to Jagran APP

जिला अस्पताल में एक बेड पर चार-चार बच्चों का इलाज

संवाद सहयोगी ऊधमपुर जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में अव्यवस्था का आलम यह है कि इस गर्मी

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 08:25 AM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 08:25 AM (IST)
जिला अस्पताल में एक बेड पर चार-चार बच्चों का इलाज
जिला अस्पताल में एक बेड पर चार-चार बच्चों का इलाज

संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : जिला अस्पताल के चिल्ड्रेन वार्ड में अव्यवस्था का आलम यह है कि इस गर्मी के मौसम में एक बेड पर चार-चार बीमार बच्चों को एक साथ रखा जा रहा है। कहने को तो जिला अस्पताल में बच्चों के तीन वार्ड हैं, लेकिन एक वार्ड को अस्पताल प्रशासन द्वारा बंद करके ताला लगाया गया है।

loksabha election banner

जिला अस्पताल होने के कारण पूरे जिले के दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों से लोग अपने बच्चों का इलाज करवाने के लिए यहां आते हैं। अस्पताल में बच्चों के लिए 12-12 बेड के तीन वार्ड हैं, जिसमें से एक वार्ड बंद पड़ा है। इस समय भीषण गर्मी के चलते बच्चे अधिक बीमार हो रहे हैं, जिसके चलते एक बेड पर चार-चार बच्चों का इलाज किया जा रहा है। बच्चों के परिजनों ने बताया कि उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक तरफ बच्चे बिलख रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ बच्चों के परिजन वार्ड में ही नीचे लेट कर अपने बीमार बच्चों की देखभाल कर रहे हैं। हैरानी की बात है कि इस तरह का सिलसिला पिछले कई दिनों से चल रहा है, लेकिन अस्पताल प्रशासन को बच्चों व उनके परिजनों की पीड़ा दिखाई नहीं दे रही है।

कई परिजनों का कहना था कि बेड पर जगह की कमी के चलते उन्हें रातभर अपने बीमार बच्चों को गोदी में उठाकर बैठना पड़ रहा है। लोगों का कहना था कि जिला अस्पताल में एक वार्ड और भी है, जिसे ताला लगाकर रखा गया है। जब उन्होंने अस्पताल कर्मियों से पूछा कि वार्ड में ताला क्यों लगाया गया है तो उनका कहना था कि वार्ड की मरम्मत का कार्य होना है। लोगों का कहना था कि जब तक अस्पताल प्रशासन की ओर से वार्ड की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं करवाया जाता, तब तक उसे खोल देना चाहिए। उन्होंने बताया कि जब वे इस समस्या को लेकर अस्पताल प्रशासन के आला अधिकारियों से बात करते हैं तो उनका एक ही जवाब होता है कि हमारे पास और बेड नहीं हैं। एक वार्ड को जो ताला लगाया गया है, उसकी मरम्मत का कार्य शुरू करवाना है। जिसके चलते वार्ड में ताला लगाकर बंद किया गया है। मेरे पास और जगह नहीं है जिससे एक बेड पर चार बीमार बच्चों को रखना पड़ रहा है। फिर भी मैं देखता हूं कि में इस मामले में क्या हो सकता है।

- डॉ. विजय बसनोत्रा, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट जिला अस्पताल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.