पूरा नहीं हुआ मगर चंद्रयान-2 का सफर था शानदार व जानदार
संवाद सहयोगी ऊधमपुर शुक्रवार शाम से ही लोग चंद्रयान-2 के चांद पर उतरने का बेसब्री से इ
संवाद सहयोगी, ऊधमपुर : शुक्रवार शाम से ही लोग चंद्रयान-2 के चांद पर उतरने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। लोग अपने टीवी पर पल-पल की खबर देख रहे थे। लोगों को यही लग रहा था कि भारत चांद पर अपना यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश बनेगा, लेकिन अचानक खबर आई कि लैंडर विक्रम का चांद के नजदीक पहुंच कर इसरो से संपर्क टूट गया है। इससे लोग कुछ देर के लिए मायूस तो हुए, लेकिन उनको पूरी उम्मीद है कि भारत को इसमें कामयाबी जरूर मिलेगी। लोगों ने कहा कि पूरा भले नहीं हुआ, लेकिन चंद्रयान-2 का सफर शानदार व जानदार रहा।
---------
चंद्रयान-2 का सफर पिछले 24 दिनों से धरती के इर्द गिर्द घूमता रहा। हो सकता है किसी वजह से लैंडर विक्रम का संपर्क इसरो से टूट गया और वह चांद के करीब पहुंच कर भी नहीं उतर पाया, लेकिन हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है। उम्मीद भी है कि जल्द ही चांद पर भारत चंद्रयान उतरेगा और भारत देश का चौथा ऐसा देश बनेगा।
- मंजीत सिंह शुक्रवार शाम से ही चांद पर यान उतरने का बेसब्री से इंतजार कर रही थी, लेकिन जब टीवी पर देखा कि लैंडर विक्रम का चांद पर उतरने से पहले ही संपर्क टूट गया तो कुछ देर के लिए हताश जरूर हुई, लेकिन उम्मीद नहीं छोड़ी है। यकीन है कि जल्द ही चांद पर यान उतरेगा और भारत का तिरंगा चांद पर भी लहराएगा।
- रेखा गुप्ता यह देश की बहुत बड़ी उपलब्धि है। चंद्रयान-2 का सफर शानदार रहा। देश के वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं। लेकिन चांद पर यान उतरने से पहले ही लैंडर विक्रम का संपर्क टूट गया, जिसके चलते उन्हें थोड़ी मायूसी जरूर हुई। लेकिन हमें इसमें सफलता जरूर मिलेगी। अगर कुछ करने का जज्बा हो तो कोई काम मुश्किल नहीं होता।
- तनवीर खान अगर चंद्रयान-2 चांद पर उतरने में कामयाब रहता तो आज इतिहास का साक्षी बनता और भारत दुनिया में चांद पर पहुंचने वाला चौथा देश बनता। लेकिन किसी कारण वश यही नहीं हो पाया। फिर भी हमें उम्मीद है और अपने वैज्ञानिकों पर पूरा भरोसा है कि जल्द ही हम चांद पर अपना तिरंगा लहराने में कामयाब होंगे।
- अमित शर्मा यह हमारे वैज्ञानिकों की बहुत बड़ी उपलब्धि है कि हम चांद के करीब पहुंच गए। हम वहां की कई अहम जानकारियां प्राप्त करने में कामयाब रहे। अगर लैंडर विक्रम से संपर्क नहीं टूटता तो यान हमारा चांद पर उतर गया होता। आज देश का नाम दुनिया के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाता। लेकिन हमें हिम्मत नहीं हारनी है। जल्द ही हम चांद पर अपना यान उतार देंगे।
- मदन लाल शर्मा