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मा के भवन में स्वच्छता के योद्धाओं ने जगाई अलख

राकेश शर्मा कटड़ा माता वैष्णो देवी तीर्थ स्थल को देश में सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल का पुरस्

By JagranEdited By: Published: Sat, 07 Sep 2019 09:32 AM (IST)Updated: Sun, 08 Sep 2019 06:37 AM (IST)
मा के भवन में स्वच्छता के योद्धाओं ने जगाई अलख
मा के भवन में स्वच्छता के योद्धाओं ने जगाई अलख

राकेश शर्मा, कटड़ा

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माता वैष्णो देवी तीर्थ स्थल को देश में सर्वश्रेष्ठ स्वच्छ प्रतिष्ठित स्थल का पुरस्कार मिला है। इसके लिए स्वच्छता के योद्धाओं (सफाई कर्मी) का अहम योगदान रहा है जिन्होंने माता के भवन से लेकर यात्रा मार्ग को चकाचक रखा। श्राइन बोर्ड के करीब 1200 सफाई कर्मचारी दिन-रात जुटे रहते हैं। यात्रा मार्ग पर जगह-जगह कूड़ा दान लगाए हैं। ताकि श्रद्धालु जगह-जगह गंदगी न फैलाएं। प्रतिदिन करीब 35 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। नवरात्र, गर्मी की छुट्टियों में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ जाती है। घोड़ों से निकलने वाली लीद को ट्रैक पर साफ करने के लिए 24 घटे सफाई कर्मी तैनात रहते हैं।

वर्ष 1986 में श्राइन बोर्ड का हुआ था गठन

वर्ष 1986 में तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का गठन किया था। उस समय करीब 14 लाख श्रद्धालु सालाना मां वैष्णो देवी के दर्शन को पहुंचते थे। इसके बाद तेजी से विकास हुआ। कई परियोजनाएं विकसित की गई, जिसके चलते माता वैष्णो देवी यात्रा का आंकड़ा सालाना एक करोड़ की संख्या को पार कर गया। श्राइन बोर्ड में करीब 3000 अधिकारी व कर्मचारी हैं। श्रद्धालुओं के लिए 5000 घोड़े तथा खच्चर की सुविधा दी गई है। प्लास्टिक पूरी तरह से प्रतिबंधित

भवन मार्ग पर प्लास्टिक पूरी तरह से प्रतिबंधित है। पानी की बोतल हो या फिर प्लास्टिक से निर्मित बरसाती या फिर अन्य तरह का सामान ले जाने पर मनाही है। श्रद्धालु मार्ग पर बोतल बंद पानी का इस्तेमाल न कर सकें इसके लिए श्राइन बोर्ड ने पूरे मार्ग पर करीब 55 वाटर एटीएम लगाए गए हैं जिसमें श्रद्धालुओं को आरओ युक्त पानी 24 घंटे उपलब्ध है। 45 क्रश वेंडिग मशीन लगाई

पूरे भवन मार्ग पर करीब 45 क्रश वेंडिग मशीन लगाई गई हैं जिसमें किसी तरह की प्लास्टिक का सामान इस मशीन में डाला जाता है। यात्रा मार्ग पर कोई भी प्लास्टिक का इस्तेमाल न कर सके इसके लिए इनफॉर्मेंट विग बनाया है जो हर पल श्रद्धालुओं की जांच करता है अगर कोई भी प्लास्टिक का इस्तेमाल करता पाया जाता है तो उसको करीब 1000 का जुर्माना किया जाता है।


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