जयकारों के साथ निकली सरथल देवी की यात्रा
संवाद सहयोगी किश्तवाड़ किश्तवाड़ इलाके की प्रसिद्ध वार्षिक सरथल देवी की यात्रा छड़ी धूमधाम से
संवाद सहयोगी, किश्तवाड़: किश्तवाड़ इलाके की प्रसिद्ध वार्षिक सरथल देवी की यात्रा छड़ी धूमधाम से निकली, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया।
मंगलवार सुबह से ही किश्तवाड़ के सरकूट गौरी शंकर मंदिर में हवन यज्ञ का कार्यक्रम चल रहा था पूर्णाहुति के बाद सरथल देवी मैनेजमेंट के वाइस चेयरमैन संजीव परिहार की अगुवाई में माता की छड़ी यात्रा निकाली गई, जिसमें पूर्व विधायक सुनील शर्मा, डीसी किश्तवाड़ अंग्रेज सिंह राणा, और एसएसपी शक्ति कुमार पाठक यात्रा में शामिल हुए। यात्रा चोगान मैदान से होती हुई डाक बंगला के पास पहुंची और वहां से बस स्टैंड की तरफ प्रस्थान किया। इस बीच लोग माता के भजन कीर्तन करते हुए नजर आए।
रीति रिवाज के मुताबिक माता की छड़ी का थाल संजीव परिहार ने अपने सर पर रखा था, जिसे लोग माथा टेककर विदा कर रहे थे। यात्रा के साथ सीआरपीएफ 52 बटालियन के जवान अपने बटालियन की परंपरा के मुताबिक ढोल नगाड़े बजाते हुए नजर आए। इसके साथ ही कई स्कूलों के बच्चे भी इस यात्रा में शामिल होकर माता के जयकारे लगाते हुए आगे चल रहे थे। यात्रा जैसे ही बस स्टैंड पर पहुंची, वहां पर शिव शक्ति सेवा मंडल द्वारा प्रसाद का बंदोबस्त किया गया था। सभी यात्रियों ने प्रसाद ग्रहण किया और उसके बाद सनातन धर्म सभा के प्रधान हंसराज भूतियाल ने सभी लोगों का धन्यवाद किया। इस मौके पर पूर्व विधायक सुनील शर्मा ने भी की यात्रा के बारे में अपने विचार प्रकट किए। उसके बाद सभी यात्री वाहनों में बैठ कर सरथल की तरफ रवाना हुए। यात्री बुधवार को सरथल मंदिर में हवन यज्ञ के बाद माता अष्टदश भुजा वाली के दर्शन करेंगे। कुछ लोग कल ही वापस आएंगे। सरथल देवी को किश्तवाड़ के स्थानीय लोग अपनी कुलदेवी मानते हैं और पूरे इलाके के लोग अपने बच्चों के मुंडन सरथल देवी के दरबार में ही जाकर करते हैं। यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे, शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए थे।