धार लद्दा में पागल कुत्ते ने काटे 23 लोग
जागरण संवाददाता ऊधमपुर धार लद्दा में दो दिन में एक पागल कुत्ते ने 23 के क
जागरण संवाददाता, ऊधमपुर : धार लद्दा में दो दिन में एक पागल कुत्ते ने 23 के करीब लोगों को काट लिया। कुत्ते के काटने के बाद एक गाय की मौत हो गई जिसका दूध 24 के करीब लोगों ने पिया था। मामले की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने धार लद्दा में प्रभावित लोगों को एआरवी (एंटी रेबीज वैक्सीन) लगाया।
रविवार को धार लद्दा में लावारिस कुत्ता पागल हो गया जिसने रविवार को दस लोगों के साथ एक गाय को भी काट लिया। अगले दिन सोमवार को इस कुत्ते ने 13 और लोगों को काट खाया। कुत्ते ने जिन लोगों को काट खाया वह गुज्जार बक्करवाल समुदाय के थे। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल थे। वहीं जिस गाय को कुत्ते ने काटा था, उसकी भी मौत हो गई। कुत्ता भी मर गया। गाय और कुत्ते के मरने से धार लद्दा में लोगों में दहशत फैल गई। लोगों में इस बात की चिंता सता रही है कि जिन लोगों ने गाय का दूध पिया है उन्हे कुछ न हो। उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों को सूचित किया। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग को सूचित करने पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग ने चिनैनी से फार्मासिस्टों की टीम को धार लद्दा रवाना किया। टीम में फार्मासिस्ट आरुफ खान, सहदेव सिह, विजय कुमार, शिव कुमार और रमेश गोस्वामी शामिल थे।
सनासर के साथ लगते धार लद्दा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सभी लोगों को सनासर से चार किलोमीटर पहले सड़क किनारे बुलाया जहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने काटे गए लोगों की जांच कर उन्हे वैक्सीन लगाई। लोगों ने टीम को बताया कि उनके परिवार के करीब 22 बच्चों, महिलाओं व पुरुषों ने उस गाय का कच्चा दूध पिया था, जिसकी मौत कुत्ते के काटने से हुई है। इस जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दूध पीने वाले सभी लोगों को भी एंटी रैबिज वैक्सीन लगाई। शाम को टीम वापिस लौट आई।
इस बारे में सीएमओ ऊधमपुर डा. केसी डोगरा ने बताया कि 55 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। 23 को पागल कुत्ते ने काटा था जबकि 22 लोगों ने कुत्ते के काटने के बाद मरने वाली गाय का दूध पिया था। उन्होंने बताया कि पहले डोज दे दी गई है। टीम के आने के बाद मरीजों की स्थिति के बारे में जानकारी लेकर उनका आगे उपचार किया जाएगा। सीएमओ ने कहा कि भले ही एआरवी की कमी है, मगर आपात स्थिति के लिए वैक्सीन उपलब्ध है। जम्मू में स्टोर में बात की है। उन्होंने और एआरवी सप्लाई की व्यवस्था कर भेजने की बात कही है। उन्होंने कहा कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उनका हरसंभव इलाज किया जाएगा। अभी लोगों को टीके लगाए गए है। आगे भी उनका पूरा इलाज किया जाएगा।